''कितने ही चहरे उस दिन तरो ताज़ा और प्रफुल्लित होंगे – अपने रब की ओर देख रहे होंगे। '' (सूरःअल-क़ियामाः 75:22-23),
[Some] faces, that Day, will be radiant, (22) Looking at their Lord.
दूसरी सबसे बडी खुशी की बात उसकी रजा अर्थात अल्लाह का यह कहना कि अब वो कभी जन्नतियों से नाराज नहीं होगा।
सुहेब रज़ी. रिवायत करते हैं, कि रसूल अल्लाह ने फ़रमाया
जब अहल जन्नत, जन्नत में दाख़िल हो चुकेंगे, तो अल्लाह तबारक वित्ताला फ़रमाएगा:
- क्या कुछ मज़ीद चाहते हो कि मैं तुम्हें अता करूँ? जन्नती अर्ज़ करेंगे: क्या तू ने हमारे चेहरे रोशन नहीं कर दिए? क्या तो ने हमें जन्नत में नहीं पहुंचा दिया और किया तो हमें दोज़ख़ से नहीं बचा लाया? तब परवरदिगार आलिम हिजाब (परदा,अवरोध) हटा देगा!
- तब ये आलम होगा कि कोई चीज़ जो उनको मिल चुकी उनको ख़ुदा का दीदार करने से ज़्यादा महबूब ना रहेगी! ( हदीस,सही मुस्लिम,अल ईमान : ४४८)
इन दो नेमतों نعمت ईश्वरकृपा के बाद जो कुछ मिलेगा उसका कोई खास महत्व नहीं रह जाता।
This Article in English After Hindi
and Roman Hindi/Urdu
judgment day, क़यामत , प्रलय का दिन, doomsday, फैसले का दिन,phaisale ka din
जन्नत स्वर्ग में जाने से पहले हमें जानना चाहिए की
दुनिया की हर चीज़ को खत्म होना है। क़यामत महाप्रलय को रब ये दुनिया खत्म करके हिसाब के लिए नई धरती और आकाश बनाएगा। वही रब जो हर कुछ कर सकता है हम सबको अच्छे बुरे कामों का हिसाब देने के लिए ज़िंदा करेगा।
"उस दिन यह धरती दूसरी धरती से बदल दी जाएगी और आकाश भी। और वे सब के सब अल्लाह के सामने खुलकर आ जाएँगे, जो अकेला है, सबपर जिसका आधिपत्य है" [सूरह इब्राहीम 14: आयत 48]
वो हमें मरते ही सज़ा में गधा,घोड़ा या पेड़ पोधे नहीं बनाता क्यूँके हमने कुछ अच्छे काम ऐसे किये हैं जिनसे हमारे मरने के बाद क़यामत तक पिछले जीवित लाभान्वित होंगे उसका लाभ या सज़ा भी हमें देगा। सोचिये अगर तुरंत हिसाब कर देता तो अच्छे और बुरे जारी रहने वाले काम जो पीछे हम छोड़ते है, जैसे मेरे बाद भी जो इसे पढ़ कर ग़लत फहमी दूर कर लेगा, क़्यामत तक वो वो जोड़ता रहेगा।
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jannat ईश्वर से अच्छे कार्यो के इनाम में मिले स्वर्ग अर्थात जन्नत बहुत ही शान्दार, ऐशो आराम की जगह है, स्वादिष्ठ वस्तुओं से
भरी हुई जगह है, अत्यन्त सुख- शान्ति का स्थान है, जहां दुःख और कष्ट का
नाम भी नहीं होगा। लगभग सभी का धर्म विश्वास है कि स्वर्ग में पुण्यवान लोगों को दिव्य
सुख, समृद्धि तथा भोगविलास प्राप्त होते हैं। अधिकतर विद्वानों के अनुसार इस्लाम में स्वर्ग अर्थात जन्नत में जो स्त्री साथी मिलेगी उसे हूर कहते हैं, जबकि जाकिर नायक कुरआन के अनुवादक मुहम्मद असद के हूर का अर्थ spouse और युसुफ अली का companion अर्थात साथी, पार्टनर के अर्थ में करने के हवाले से बताते हैं कि हूर का अर्थ हैं चमकदार आंखों वाला अर्थात इस गुण के साथ मर्द और महिला दोनों के साथी को हूर कहते हैं, यानि महिला को जो साथी मिलेगा वो चमकदार आंखों वाला होगा, वहीं पुरूषों को चकमदार आंखों वाली साथी मिलेगी।
शब्द हूर, अहवार (एक आदमी के लिए) और हौरा (एक औरत के लिए) का बहुवचन है. इसका मतलब ऐसे इंसान से हैं जिसकी आँखों को "हवार" शब्द से संज्ञा दी गयी है. जिसका मतलब है ऐसी आंखे, जिसकी सफेदी अत्यधिक सफ़ेद और काला रंग अत्यधिक काला हो.
Meaning of HoorThe word hoor is actually the plural of ahwar (applicable to man) and of haura (applicable to woman) and signifies a person having eyes characterized by hauar a special quality bestowed upon a good soul, male or female in paradise and it denotes the intense whiteness of the white part of the spiritual eye.
http://www.ilovezakirnaik.com/misconceptions/b08.htm
शब्द हूर पवित्र कुरआन में चार बार आता है, जैसे कि यहां:
''और (वहां) ऐसे साथी होंगे जिनकी सुन्दर, बड़ी एवं शोभायमान (चमकदार) ऑंखें होंगी.''
Thus shall it be. And We shall pair them with companions pure, most beautiful of eye. (Quran:56:22) http://tanzil.net/#trans/en.asad/56:22
Reward
जन्नत में पुरूस्कार के रूप छिपी हुई आंखों की ताजगी :
और कोई नहीं जानता है कि उनकी आँख की ताज़गी के लिए क्या छिपा हुआ है, जो कुछ अच्छे कार्य उन्होंने किये हैं यह उसका पुरस्कार है. (सुरा: अस-सज्दाह, 32:17)स्वर्ग का आशीर्वाद महिलाओं और पुरुषों के लिए एक जैसा हैं. वहाँ दो लिंग के बीच एक छोटा सा भी अंतर नहीं है. यह कुरआन से स्पष्ट है:
नीचे दी गयी आयत पर क़ुरआन अनुवादकों की खुशी झलकती है पुरष्कार के लिए great reward - mighty reward - vast reward - immense reward - mighty wage शब्द इस्तेमाल किये हैं
''मुस्लिम पुरुष और मुस्लिम स्त्रियाँ, ईमानवाले पुरुष और ईमानवाली स्त्रियाँ, निष्ठा्पूर्वक आज्ञापालन करनेवाले पुरुष और निष्ठापूर्वक आज्ञापालन करनेवाली स्त्रियाँ, सत्यवादी पुरुष और सत्यवादी स्त्रियाँ, धैर्यवान पुरुष और धैर्य रखनेवाली स्त्रियाँ, विनम्रता दिखानेवाले पुरुष और विनम्रता दिखानेवाली स्त्रियाँ, सदक़ा (दान) देनेवाले पुरुष और सदक़ा देनेवाली स्त्रियाँ, रोज़ा रखनेवाले पुरुष और रोज़ा रखनेवाली स्त्रियाँ, अपने गुप्तांगों की रक्षा करनेवाले पुरुष और रक्षा करनेवाली स्त्रियाँ और अल्लाह को अधिक याद करनेवाले पुरुष और याद करनेवाली स्त्रियाँ - - इनके लिए अल्लाह ने क्षमा और बड़ा प्रतिदान तैयार कर रखा है.'' [सुर: अल-अहज़ाब, 33:35]
Indeed, the Muslim men and Muslim women, the believing men and believing women, the obedient men and obedient women, the truthful men and truthful women, the patient men and patient women, the humble men and humble women, the charitable men and charitable women, the fasting men and fasting women, the men who guard their private parts and the women who do so, and the men who remember Allah often and the women who do so - for them Allah has prepared forgiveness and a great reward. (Quran33:35)-
वहां जो मिलेगा वह ईश्वर का अहसान होगा, हमारा हक नहीं. दूसरी बात वहां किसी वस्तु की आवशयकता इस धरती की तरह नहीं होगी, जन्नत में बहुत ज़्यादा ऐश-आराम उठाने की वस्तु होगी जिसका मानव इस दुनिया में कल्पना भी नहीं कर सकता है। पूर्व और वर्तमान में राज-शाही जिन्दगी जीने के लिए सेवकों का होना बेहद आवश्यक है
प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति के दोनों पद आधुनिक युग में पिछले राजा बादशाहों ही जैसे हैं
इन पदों पर महिला और पुरुष दोनों रह चुके उनके सेवकों पर नज़र डालें अधिकतर पुरुष सेवक दिखाई देंगे महिला सेवक ना होने के बराबर देखेंगे। बड़ी हस्तियों के सेवकों के लिए भर्ती में तंदरुस्ती एवं पर्सनाल्टी अनिवार्य होती है।
इस लिए जन्नतवासियों की सेवा के लिए गिल्मा अर्थात सेवक उपस्थित होंगे जो जन्नत वासियों की खूब सेवा करेंगे। प्याले लिए हुए जिसके पीने के बाद न कोई बेहूदगी होगी न गुनाह पर उभारने वाली बातें,जैसा कि अल्लाह ने क़ुरआन में बयान फरमाया हैः
"There they pass from hand to hand a cup wherein is neither vanity nor cause of sin. And there go round, waiting on them menservants of their own, as they were hidden pearls."
Alleged "72 virgins"
कुरआन में 72 हूरों का जिकर नहीं है, अनुवाद में भी नहीं, हदीस की किताब सही बुखारी व सही मुस्लिम में भी नहीं, मुफस्सिर अबु इसा मुहम्मद व इब्ने खातिर ने कुरआन की नीचे दी गयी आयत के अनुवाद पर अपनी तफसीर (व्याख्या) में यह खयाल शुरू किया था
कुरआन की आयत यह है जिस में जन्नत के बाग, हूर, और दूसरी सुख सुविधायें बतायी जा रही है
Reward
महिलाओं को जन्नत में क्या मिलेगा?
''मां के कदमों के नीचे जन्नत'' मशहूर हदीस है, इस हदीस के मुताबिक महिला पुरूष दोनों पर जन्नत में जाने के लिए मां की सेवा लाजिमी हो गयी, जो चीज हो ही उनके पांव के नीचे फिर भी प्रश्न किया जाए कि उन्हें जन्नत में क्या मिलेगा, मां, बहन या बीवी से प्रश्न करके देखें क्या वो बता पायेंगी कि जन्न्त में वो क्या चाहती हैं? बेशक नहीं बता पायेंगी, क्यूंकि अगर यह तफसील लिखी हो या फिर कोई कहे तो बेहयाई और बेशर्मी की बात होगी, कुरआन छोटे बडे सब पढते हैं, अकेले और इकटठे भी पढते हैं अगर औरतों को जन्नत में मिलने वाली बातों का जिकर आए तो शायद पढने सुनने वाले के लिए मुश्किल होती,,,इस लिए अल्लाह ने बहुत ही अच्छे तरीके से कुरआन में उनको तसल्ली दी है, अल्लाह उनकी आवश्यकताओं को समझता है इसी लिए उसने दोनों लिंग वालों से विस्तार से कहा है कि
http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/33:35
क्या सिर्फ कालिमा पढ़ने से जन्नत मिल जाएगी?
https://www.youtube.com/watch?v=UADgMVHAdeM
http://www.new-muslims.info/hin/इस्लाम-की-मूल-आस्था/जन्नत-और-जहन्नम/जन्नत-की-कुछ-नेमतों-की-कुछ/
"There they pass from hand to hand a cup wherein is neither vanity nor cause of sin. And there go round, waiting on them menservants of their own, as they were hidden pearls."
और हम उन्हें मेवे और मांस, जिसकी वे इच्छा करेंगे दिए चले जाएँगे वे वहाँ आपस में प्याले हाथों हाथ ले रहे होंगे, जिसमें न कोई बेहूदगी होगी और न गुनाह पर उभारने वाली कोई बात, और उनकी सेवा में सुरक्षित मोतियों के सदृश किशोर दौड़ते फिरते होंगे, जो ख़ास उन्हीं (की सेवा) के लिए होंगे (कुरआन 52:22-24) http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/52:24
क़ौम लूत को बुरी आदतों Homo Gay की वजह से अल्लाह ने (क़ुरआन 11 :77- 79) तबाह कर दिया। दुनिया में ऐसी ही दूसरी बुरी आदतों से बचनेे वालों को जन्नत नसीब होगी।
गिलमा आशक्त होंगे अर्थात महिलाओं को इन सेवकों से खतरा नहीं होगा दूसरी बात गिलमा सेवक मर्द जाती से होंगे इस मामले में भी महिलाओं के लिए गर्व की बात है
Alleged "72 virgins"
कुरआन में 72 हूरों का जिकर नहीं है, अनुवाद में भी नहीं, हदीस की किताब सही बुखारी व सही मुस्लिम में भी नहीं, मुफस्सिर अबु इसा मुहम्मद व इब्ने खातिर ने कुरआन की नीचे दी गयी आयत के अनुवाद पर अपनी तफसीर (व्याख्या) में यह खयाल शुरू किया था
कुरआन की आयत यह है जिस में जन्नत के बाग, हूर, और दूसरी सुख सुविधायें बतायी जा रही है
''उन (अनुकम्पाओं) में निगाह बचाए रखनेवाली (सुन्दर) स्त्रियाँ होंगी, जिन्हें उनसे पहले न किसी मनुष्य ने हाथ लगाया और न किसी जिन्न ने फिर तुम दोनों अपने रब की अनुकम्पाओं में से किस-किस को झुठलाओगे?'' http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/55:56What is there for Woman in Paradise
Reward
महिलाओं को जन्नत में क्या मिलेगा?
''मां के कदमों के नीचे जन्नत'' मशहूर हदीस है, इस हदीस के मुताबिक महिला पुरूष दोनों पर जन्नत में जाने के लिए मां की सेवा लाजिमी हो गयी, जो चीज हो ही उनके पांव के नीचे फिर भी प्रश्न किया जाए कि उन्हें जन्नत में क्या मिलेगा, मां, बहन या बीवी से प्रश्न करके देखें क्या वो बता पायेंगी कि जन्न्त में वो क्या चाहती हैं? बेशक नहीं बता पायेंगी, क्यूंकि अगर यह तफसील लिखी हो या फिर कोई कहे तो बेहयाई और बेशर्मी की बात होगी, कुरआन छोटे बडे सब पढते हैं, अकेले और इकटठे भी पढते हैं अगर औरतों को जन्नत में मिलने वाली बातों का जिकर आए तो शायद पढने सुनने वाले के लिए मुश्किल होती,,,इस लिए अल्लाह ने बहुत ही अच्छे तरीके से कुरआन में उनको तसल्ली दी है, अल्लाह उनकी आवश्यकताओं को समझता है इसी लिए उसने दोनों लिंग वालों से विस्तार से कहा है कि
''और अल्लाह को अधिक याद करनेवाले पुरुष और याद करनेवाली स्त्रियाँ - इनके लिए अल्लाह ने क्षमा और बड़ा प्रतिदान तैयार कर रखा है [कुरआन 33:35],
पवित्र पैग़म्बर मुहम्मद (स.) ने फ़रमाया कि,
"अल्लाह ने अपने मानने वालो के लिए ऐसा बदला तैयार किया है जो किसी आँख ने देखा नहीं और कान ने सुना नहीं है. यहाँ तक कि इंसान का दिल कल्पना भी नहीं कर सकता है."(सही बुखारी (Sahih Bukhari :Volume 9, Book 93, Number 589, (English 7498)
बुरों के लिए दोज़ख,अच्छों के लिए जन्नत ,
मुहम्मद साहब ने बताया अच्छा वो है जो अपनी बीवियों की नज़र में भी अच्छा हो, ये दुनिया भी महिलाओं के लिए जन्नत बन जाएगी क्योंकि पति बीवी की नज़र में भी अच्छा होने के लिए उसका ख्याल रखेगा
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मुहम्मद साहब ने बताया अच्छा वो है जो अपनी बीवियों की नज़र में भी अच्छा हो, ये दुनिया भी महिलाओं के लिए जन्नत बन जाएगी क्योंकि पति बीवी की नज़र में भी अच्छा होने के लिए उसका ख्याल रखेगा
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Quran aur Vigyan 🌿 Book (قرآن اور سائنس)🕌 in Hindi, Urdu English (review and download Links)
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Talaq ke bad dobara Nikah, Dobara Mehar ke sath (Without Halala)
Pandit Mahendra Pal Arya Ka Sawal aur Dr Zakir Naik Ka Jawab On Halala https://youtu.be/n5qA6gE0OGU
क्या सिर्फ कालिमा पढ़ने से जन्नत मिल जाएगी?
https://www.youtube.com/watch?v=UADgMVHAdeM
http://www.new-muslims.info/hin/इस्लाम-की-मूल-आस्था/जन्नत-और-जहन्नम/जन्नत-की-कुछ-नेमतों-की-कुछ/
https://ayesha5.wordpress.com/2009/09/29/the-concept-of-hoor/
جنت اور اس کی نعمتیں
https://hamariweb.com/articles/51344
رضا اور دیدار
جنتیوں کی سب سے بڑی نعمت اور جہنمیوں کا سب سے بڑا عذاب
English Translation :
Of course, the most favored and noble people in the jannat will receive Blessings which will be given to the Javanites, it will be Allah's vision (Deedar). Allah has informed the Qur'an about his vision.
The second most important thing is his leave, which means that Allah will never be angry with the Jannans.
رضا اور دیدار
Suheb razi Riyayat, that the Messenger of Allah
When Ahal Paradise, if you enter into the Paradise, then Allah will make the matter of Divine Will.
(Hadith, right Muslim, al-Imaan: 448)
صہیب روایت کرتے ہیں, کہ رسول اللہﷺ نے فرمایا
"جب اہل جنت, جنت میں داخل ہو چکیں گے, تو اللہ تبارک وتعالی فرمائے گا: کیا کچھ مزید چاہتے ہو کہ میں تمہیں عطا کروں? جنتی عرض کریں گے: کیا تو نے ہمارے چہرے روشن نہیں کر دیے? کیا تو نے ہمیں جنت میں نہیں پہنچا دیا and کیا تو ہمیں دوزخ نہیں بچا لایا? تب پروردگار عالم حجاب ہٹا دے گا!
تب یہ عالم ہوگا کہ کو ئی چیز جو ان کو مل چکی ان کو خدا کا دیدار کرنے سین زیادہ محبوب نہ رہے گی! "
(حدیث, صحیح مسلم, الایمان: 448)
These two principles, after whatever God will attain, have no special significance.
judgment day, doom, doomsday, doomsday, day of judgment, phaisale ka din
Before going to heaven, we should know
Everything in the world has to end. To the Qayamat Mahaaya, Lord Ravi will finish this world and make new earth and sky for accounting. The same Lord who can do everything will be alive to give us account of the bad things.
Paradise, heaven, heaven, sky, goddess, heaven, gagan, vyom, paradise, parlok, vaikunth, gurukbhavan, eden, heaven, nandan, geography, hypnotism, ecstasy, empyrean,
Jannat is the reward of good deeds from God. Paradise, that is very peaceful, a place of rest is a place of rest, a place full of good things, a place of great happiness - where there will be no name of sorrow and suffering. Almost everyone's religion believes that the people of the world receive divine happiness, prosperity and enjoyment in the heaven. According to most scholars, the female companion in heaven in Paradise, which is called 'Hoor', in Islam, while Zakir Nayak translates as the translator of the Qur'an, Muhammad Asad K Hooor means the companion of Yousuf Ali and companion, partner in the meaning of partner That means that the meaning of Hoor means bright eyes, that is, with this quality, the companions of both the male and female are called Hur, i.e. the companion the woman will get. Qader will be the eyes, the men beaming eyes will travel.
The word hoor, ahwar (for a man) and haura (for a woman) is plural. It means from a person whose eyes have been called the word "Havar". Which means eyes which are very white and black in color dark
The word Hoor comes in the Holy Quran four times, as here:
"And there (there) will be companions of whom will be beautiful, big and beautiful (shiny) eyes."
The freshness of the hidden in the form of a prize in Paradise:
No one else knows what is hidden for the refreshment of their eyes, which is the reward of some good deeds they have done. (Surah: As-Siddhah, 32:17)
Blessing of Paradise is same for women and men. There is not even a small difference between the two penis. It is clear from the Qur'an:
The following rewards render the happiness of the Qur'anic translators. For the award, great reward - mighty reward - vast reward - immense reward - mighty wage
Gilma menservants
What will be found there will be the favor of God, not our right, Secondly, there will be no need of something like this earth, it will be an object of great relief in the world, whose human being can not even imagine in this world. It is extremely necessary for the servants to live in Raj and Shahi in East and present.
Both the Prime Minister and the President's post are like the last King Kings in the modern era.
Look at all the men and women who have lived in these positions. Most male servants will see that women are not equal to men. Fertility and professionalism are essential in recruitment for the servants of big celebrities.
For this, the service of the Jainwatis will be attended by gilma, which will serve a lot to the agnates. After drinking, there will be no misconception after drinking or raising up on sin, as Allah has pronounced the statement in the Qur'an:
And they said unto him, Where wilt thou that we go and prepare that thou mayest eat the passover?
Gilma would be impaired, that means women will not be threatened by these servants. Secondly, the Gillama will be a servant of the people, in this matter also it is a matter of pride for women
Alleged "72 virgins"
In Koran, there is no mention of 72 Huras, not even in translation; Hadith's book not only in the true Bukhari and the true Muslims, but also in Abu Jahsidah and Ibn Khatir, in the translation of the rectangle below the Qur'an Started thinking
This is the rectangle of the Qur'an in which the garden, the Hur, and other pleasant features of Jannat are being reported
Reward
What will women get in the jannat?
According to this hadith, the service of the mother has become abusive for both men and women in the paradise, whatever is the thing, under their feet, it is still to be questioned that they should live in heaven What will you get in, ask questions from mother, sister or wife, will they be able to tell what she wants in the birth? Of course, you will not be able to tell, because if it is written or if someone says it will be a matter of arrogance and shamelessness, the Quran reads a lot, reads alone, and even reads. If women come to know about the things that are available in the jannat, then they may read it. It was difficult for the listener, so Allah has comforted them in the Qur'an in a very good manner, Allah understands their needs, for this he has both sexes Said the expansion of the Alon
"........ Men remembered more and women who remember, - Allah has prepared forgiveness and a great reward for them [Quran 33:35],"
Holy Prophet Muhammad (peace be upon him) said,
"Allah has prepared a revenge for those who believe, which no eye has seen, and ears have not heard, even the heart of man can not imagine." (Right Bukhari (Sahih Bukhari: Volume 9, Book 93, Number 589, (English 7498)
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Urdu Translation
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Roman Urdu Hindi
beshak jannat mein sab se priyatam aur mahaan nemat blaissings jo jannatavaasiyon ko milegee, vah allaah ka darshan (deedaar) hoga. allaah ne apane darshan ke prati quraan kareem mein soochana dee hai
doosaree sabase badee khushee kee baat usakee raja arthaat allaah ka yah kahana ki ab vo kabhee jannatiyon se naaraaj nahin hoga.
DEEDAR
suheb razee. rivaayat karate hain, ki rasool allaah ne faramaaya
jab ahal jannat, jannat mein daakhil ho chukenge, to allaah tabaarak vittaala faramaega:
this artichlai in ainglish aftair hindi
and roman hindi/urdu
judgmaint day, qayaamat , pralay ka din, doomsday, phaisale ka din,phaisalai ka din
jannat svarg mein jaane se pahale hamen jaanana chaahie kee
duniya kee har cheez ko khatm hona hai. qayaamat mahaapralay ko rab ye duniya khatm karake hisaab ke lie naee dharatee aur aakaash banaega. vahee rab jo har kuchh kar sakata hai ham sabako achchhe bure kaamon ka hisaab dene ke lie zinda karega.
jannat,svarg,haiavain, aakaash, devalok, svargalok, gagan, vyom,paradisai, paralok, vaikunth, sukhabhavan,aidain, svarg, nandan, bhoosvarg, sammoh, paramaanandadasha,aimpyraian,
jannat eeshvar se achchhe kaaryo ke inaam mein mile svarg arthaat jannat bahut hee shaandaar, aisho aaraam kee jagah hai, svaadishth vastuon se bharee huee jagah hai, atyant sukh- shaanti ka sthaan hai, jahaan duhkh aur kashta ka naam bhee nahin hoga. lagabhag sabhee ka dharm vishvaas hai ki svarg mein punyavaan logon ko divy sukh, samrddhi tatha bhogavilaas praapt hote hain. adhikatar vidvaanon ke anusaar islaam mein svarg arthaat jannat mein jo stree saathee milegee use hoor kahate hain, jabaki jaakir naayak kuraan ke anuvaadak muhammad asad ke hoor ka arth spousai aur yusuph alee ka chompanion arthaat saathee, paartanar ke arth mein karane ke havaale se bataate hain ki hoor ka arth hain chamakadaar aankhon vaala arthaat is gun ke saath mard aur mahila donon ke saathee ko hoor kahate hain, yaani mahila ko jo saathee milega vo chamakadaar aankhon vaala hoga, vaheen purooshon ko chakamadaar aankhon vaalee saathee milegee.
shabd hoor, ahavaar (ek aadamee ke lie) aur haura (ek aurat ke lie) ka bahuvachan hai. isaka matalab aise insaan se hain jisakee aankhon ko "havaar" shabd se sangya dee gayee hai. jisaka matalab hai aisee aankhe, jisakee saphedee atyadhik safed aur kaala rang atyadhik kaala ho.
maianing of hoorthai word hoor is achtually thai plural of ahwar (applichablai to man) and of haur (applichablai to woman) and signifiais a pairson having aiyais chharachtairizaid by hauar a spaichial quality baistowaid upon a good soul, malai or faimalai in paradisai and it dainotais thai intainsai whitainaiss of thai whitai part of thai spiritual aiyai.
http://www.ilovaizakirnaik.chom/mischonchaiptions/b08.htm
shabd hoor pavitr kuraan mein chaar baar aata hai, jaise ki yahaan:
aur (vahaan) aise saathee honge jinakee sundar, badee evan shobhaayamaan (chamakadaar) onkhen hongee.
thus shall it bai. and wai shall pair thaim with chompanions purai, most baiautiful of aiyai. (quran:56:22) http://tanzil.nait/#trans/ain.asad/56:22
sharai post
raiward
jannat mein purooskaar ke roop chhipee huee aankhon kee taajagee :
neeche dee gayee aayat par quraan anuvaadakon kee khushee jhalakatee hai purashkaar ke lie graiat raiward - mighty raiward - vast raiward - immainsai raiward - mighty wagai shabd istemaal kiye hain
muslim purush aur muslim striyaan, eemaanavaale purush aur eemaanavaalee striyaan, nishthapoorvak aagyaapaalan karanevaale purush aur nishthaapoorvak aagyaapaalan karanevaalee striyaan, satyavaadee purush aur satyavaadee striyaan, dhairyavaan purush aur dhairy rakhanevaalee striyaan, vinamrata dikhaanevaale purush aur vinamrata dikhaanevaalee striyaan, sadaqa (daan) denevaale purush aur sadaqa denevaalee striyaan, roza rakhanevaale purush aur roza rakhanevaalee striyaan, apane guptaangon kee raksha karanevaale purush aur raksha karanevaalee striyaan aur allaah ko adhik yaad karanevaale purush aur yaad karanevaalee striyaan - - inake lie allaah ne kshama aur bada pratidaan taiyaar kar rakha hai. [sur: al-ahazaab, 33:35]
vahaan jo milega vah eeshvar ka ahasaan hoga, hamaara hak nahin. doosaree baat vahaan kisee vastu kee aavashayakata is dharatee kee tarah nahin hogee, jannat mein bahut zyaada aish-aaraam uthaane kee vastu hogee jisaka maanav is duniya mein kalpana bhee nahin kar sakata hai. poorv aur vartamaan mein raaj-shaahee jindagee jeene ke lie sevakon ka hona behad aavashyak hai
pradhaan mantree aur raashtrapati ke donon pad aadhunik yug mein pichhale raaja baadashaahon hee jaise hain
in padon par mahila aur purush donon rah chuke unake sevakon par nazar daalen adhikatar purush sevak dikhaee denge mahila sevak na hone ke baraabar dekhenge. badee hastiyon ke sevakon ke lie bhartee mein tandarustee evan parsanaaltee anivaary hotee hai.
is lie jannatavaasiyon kee seva ke lie gilma arthaat sevak upasthit honge jo jannat vaasiyon kee khoob seva karenge. pyaale lie hue jisake peene ke baad na koee behoodagee hogee na gunaah par ubhaarane vaalee baaten,jaisa ki allaah ne quraan mein bayaan pharamaaya haih
"thairai thaiy pass from hand to hand a chup whairaiin is naiithair vanity nor chausai of sin. and thairai go round, waiting on thaim mainsairvants of thaiir own, as thaiy wairai hiddain paiarls."
aur ham unhen meve aur maans, jisakee ve ichchha karenge die chale jaenge ve vahaan aapas mein pyaale haathon haath le rahe honge, jisamen na koee behoodagee hogee aur na gunaah par ubhaarane vaalee koee baat, aur unakee seva mein surakshit motiyon ke sadrsh kishor daudate phirate honge, jo khaas unheen (kee seva) ke lie honge (kuraan 52:22-24) http://tanzil.nait/#trans/hi.farooq/52:24
qaum loot ko buree aadaton homo gay kee vajah se allaah ne (quraan 11 :77- 79) tabaah kar diya. duniya mein aisee hee doosaree buree aadaton se bachanee vaalon ko jannat naseeb hogee.
gilama aashakt honge arthaat mahilaon ko in sevakon se khatara nahin hoga doosaree baat gilama sevak mard jaatee se honge is maamale mein bhee mahilaon ke lie garv kee baat hai
allaigaid "72 virgins"
kuraan mein 72 hooron ka jikar nahin hai, anuvaad mein bhee nahin, hadees kee kitaab sahee bukhaaree va sahee muslim mein bhee nahin, muphassir abu isa muhammad va ibne khaatir ne kuraan kee neeche dee gayee aayat ke anuvaad par apanee taphaseer (vyaakhya) mein yah khayaal shuroo kiya tha
kuraan kee aayat yah hai jis mein jannat ke baag, hoor, aur doosaree sukh suvidhaayen bataayee ja rahee hai
un (anukampaon) mein nigaah bachae rakhanevaalee (sundar) striyaan hongee, jinhen unase pahale na kisee manushy ne haath lagaaya aur na kisee jinn ne phir tum donon apane rab kee anukampaon mein se kis-kis ko jhuthalaoge? http://tanzil.nait/#trans/hi.farooq/55:56
what is thairai for woman in paradisai
raiward
mahilaon ko jannat mein kya milega?
maan ke kadamon ke neeche jannat mashahoor hadees hai, is hadees ke mutaabik mahila puroosh donon par jannat mein jaane ke lie maan kee seva laajimee ho gayee, jo cheej ho hee unake paanv ke neeche phir bhee prashna kiya jae ki unhen jannat mein kya milega, maan, bahan ya beevee se prashna karake dekhen kya vo bata paayengee ki jannta mein vo kya chaahatee hain? beshak nahin bata paayengee, kyoonki agar yah taphaseel likhee ho ya phir koee kahe to behayaee aur besharmee kee baat hogee, kuraan chhote bade sab padhate hain, akele aur ikatathe bhee padhate hain agar auraton ko jannat mein milane vaalee baaton ka jikar aae to shaayad padhane sunane vaale ke lie mushkil hotee,,,is lie allaah ne bahut hee achchhe tareeke se kuraan mein unako tasallee dee hai, allaah unakee aavashyakataon ko samajhata hai isee lie usane donon ling vaalon se vistaar se kaha hai ki
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https://hamariweb.com/articles/51344
رضا اور دیدار
جنتیوں کی سب سے بڑی نعمت اور جہنمیوں کا سب سے بڑا عذاب
English Translation :
Of course, the most favored and noble people in the jannat will receive Blessings which will be given to the Javanites, it will be Allah's vision (Deedar). Allah has informed the Qur'an about his vision.
"How many faces will be refreshed and cheerful on that day - looking towards your Lord. '' (Sur-Qi'ma: 75: 22-23),[Some] faces, that day, will be radiant, (22) Looking at their Lord
The second most important thing is his leave, which means that Allah will never be angry with the Jannans.
رضا اور دیدار
Suheb razi Riyayat, that the Messenger of Allah
When Ahal Paradise, if you enter into the Paradise, then Allah will make the matter of Divine Will.
Do you want some fun because I want you? Jannati will ask: did not you light our faces? Did not bring us into the world and did not save us from the world? Then the great alim hijab (curtain, obstruction) will be removed!Then it will be a wonder that no matter what they have met them, they will not be more prosperous than the goddess!
(Hadith, right Muslim, al-Imaan: 448)
صہیب روایت کرتے ہیں, کہ رسول اللہﷺ نے فرمایا
"جب اہل جنت, جنت میں داخل ہو چکیں گے, تو اللہ تبارک وتعالی فرمائے گا: کیا کچھ مزید چاہتے ہو کہ میں تمہیں عطا کروں? جنتی عرض کریں گے: کیا تو نے ہمارے چہرے روشن نہیں کر دیے? کیا تو نے ہمیں جنت میں نہیں پہنچا دیا and کیا تو ہمیں دوزخ نہیں بچا لایا? تب پروردگار عالم حجاب ہٹا دے گا!
تب یہ عالم ہوگا کہ کو ئی چیز جو ان کو مل چکی ان کو خدا کا دیدار کرنے سین زیادہ محبوب نہ رہے گی! "
(حدیث, صحیح مسلم, الایمان: 448)
These two principles, after whatever God will attain, have no special significance.
judgment day, doom, doomsday, doomsday, day of judgment, phaisale ka din
Before going to heaven, we should know
Everything in the world has to end. To the Qayamat Mahaaya, Lord Ravi will finish this world and make new earth and sky for accounting. The same Lord who can do everything will be alive to give us account of the bad things.
"On that day, the earth will be replaced by the other earth and the sky, and all of them will come forward to Allah, who alone is the one whose dominion is over" [Surah Ibrahim 14: Verse 48]They do not make donkeys, horses or trees in the punishment when we die, because we have done some good things, after which we will benefit the last survivor till our death, then the benefit will also be given to us.
Paradise, heaven, heaven, sky, goddess, heaven, gagan, vyom, paradise, parlok, vaikunth, gurukbhavan, eden, heaven, nandan, geography, hypnotism, ecstasy, empyrean,
Jannat is the reward of good deeds from God. Paradise, that is very peaceful, a place of rest is a place of rest, a place full of good things, a place of great happiness - where there will be no name of sorrow and suffering. Almost everyone's religion believes that the people of the world receive divine happiness, prosperity and enjoyment in the heaven. According to most scholars, the female companion in heaven in Paradise, which is called 'Hoor', in Islam, while Zakir Nayak translates as the translator of the Qur'an, Muhammad Asad K Hooor means the companion of Yousuf Ali and companion, partner in the meaning of partner That means that the meaning of Hoor means bright eyes, that is, with this quality, the companions of both the male and female are called Hur, i.e. the companion the woman will get. Qader will be the eyes, the men beaming eyes will travel.
The word hoor, ahwar (for a man) and haura (for a woman) is plural. It means from a person whose eyes have been called the word "Havar". Which means eyes which are very white and black in color dark
Meaning of HoorThe word is hoor is actually the plural of ahwar (applicable to woman) and a person having the eyes, hauar by a special quality, a good soul, male or female in the paradise, and it denotes The white eyehttp://www.ilovezakirnaik.com/misconceptions/b08.htm
The word Hoor comes in the Holy Quran four times, as here:
"And there (there) will be companions of whom will be beautiful, big and beautiful (shiny) eyes."
Thus will be And we will join them with pure, most beautiful of eye. (Quran:56:22) http://tanzil.net/#trans/en.asad/56:22Reward
The freshness of the hidden in the form of a prize in Paradise:
No one else knows what is hidden for the refreshment of their eyes, which is the reward of some good deeds they have done. (Surah: As-Siddhah, 32:17)
Blessing of Paradise is same for women and men. There is not even a small difference between the two penis. It is clear from the Qur'an:
The following rewards render the happiness of the Qur'anic translators. For the award, great reward - mighty reward - vast reward - immense reward - mighty wage
"Muslim men and Muslim women, believing men and women of emancipation, men who are obedient to God, and women who are sincerely obedient, true men and women of truth, women with patience and patience, men showing humility and women who show humility, Men and women who give shaqa, fasting Men and women who keep men and women, protect women of their private parts and protect women, and women who remember Allah more and women who remember them - Allah has prepared forgiveness and a great reward for them. "[Sur: Al- Ahazab, 33:35]
Indeed, the Muslim men and Muslim women, the obedient men and the obedient women, the truthful men and the truthful women, the patient men and patient women, the humble men and humble women, the charitable men and charitable women , the fasting men and fasting women, the men who guard their private parts and women who do so, and the men who are remembered as Allah. (Quran33: 35)
Gilma menservants
What will be found there will be the favor of God, not our right, Secondly, there will be no need of something like this earth, it will be an object of great relief in the world, whose human being can not even imagine in this world. It is extremely necessary for the servants to live in Raj and Shahi in East and present.
Both the Prime Minister and the President's post are like the last King Kings in the modern era.
Look at all the men and women who have lived in these positions. Most male servants will see that women are not equal to men. Fertility and professionalism are essential in recruitment for the servants of big celebrities.
For this, the service of the Jainwatis will be attended by gilma, which will serve a lot to the agnates. After drinking, there will be no misconception after drinking or raising up on sin, as Allah has pronounced the statement in the Qur'an:
And they said unto him, Where wilt thou that we go and prepare that thou mayest eat the passover?
And we will give them fruits and meat, whichever they wish, they will be taking hands with the cups in their hands, in which there will be no misconception, nor any thing rising up on sin, and in their service, juveniles like safe beads walk around. Which will be for those (service) only (Qur'an 52: 22-24) http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/52:24Because of the bad habits Homo Gay, the people destroyed Lot (Qur'an 11: 77-79). Those who avoid such other bad habits in the world will have the power of heaven.
Gilma would be impaired, that means women will not be threatened by these servants. Secondly, the Gillama will be a servant of the people, in this matter also it is a matter of pride for women
Alleged "72 virgins"
In Koran, there is no mention of 72 Huras, not even in translation; Hadith's book not only in the true Bukhari and the true Muslims, but also in Abu Jahsidah and Ibn Khatir, in the translation of the rectangle below the Qur'an Started thinking
This is the rectangle of the Qur'an in which the garden, the Hur, and other pleasant features of Jannat are being reported
"There will be women who look after them in the (good times), whom no human has put before them, nor will any of the jinns again deny you one of your Lord's blessings." /tanzil.net/#trans/hi.farooq/55:56What is Woman in Paradise
Reward
What will women get in the jannat?
According to this hadith, the service of the mother has become abusive for both men and women in the paradise, whatever is the thing, under their feet, it is still to be questioned that they should live in heaven What will you get in, ask questions from mother, sister or wife, will they be able to tell what she wants in the birth? Of course, you will not be able to tell, because if it is written or if someone says it will be a matter of arrogance and shamelessness, the Quran reads a lot, reads alone, and even reads. If women come to know about the things that are available in the jannat, then they may read it. It was difficult for the listener, so Allah has comforted them in the Qur'an in a very good manner, Allah understands their needs, for this he has both sexes Said the expansion of the Alon
"........ Men remembered more and women who remember, - Allah has prepared forgiveness and a great reward for them [Quran 33:35],"
Holy Prophet Muhammad (peace be upon him) said,
"Allah has prepared a revenge for those who believe, which no eye has seen, and ears have not heard, even the heart of man can not imagine." (Right Bukhari (Sahih Bukhari: Volume 9, Book 93, Number 589, (English 7498)
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Urdu Translation
قیامت,جنت, 72حور,گلما,مہلاؤں کا روارڈ پر ایک درشٹی
بیشک جنت میں سب سے پریتم اور مہان نعمتBlessingsجو جنتواسیوں کو ملے گی,وہ اللہ کا درشن(دیدار)ہوگا۔ اللہ نے اپنے درشن کے پرتی قرآن کریم میں سوچنا دی ہے
''کتنے ہی چہرے اس دن ترو تازہ اور پرپھلت ہو نگے–اپنے رب کی اور دیکھ رہے ہو نگے۔'' (سورئل قیاما75:22-23),
[Some] faces, that Day, will be radiant, (22) Looking at their Lord.
دوسری سب سے بڈی خوشی کی بات اسکی رجہ ارتھات اللاہ کا یہ کہنا که اب وہ کبھی جننتیوں سے ناراض نہیں ہوگا۔
سہیب رزی. روایت کرتے ہیں,که رسول اللہ نے فرمایا
جب اہل جنت,جنت میں داخل ہو چکینگے,تو اللہ تبارک وتالا فرمائیگا:
جنت,سورگ,heaven,آکاش,دیولوک,سورگلوک,گگن,ویوم,paradise, پرلوک,ویکنٹھ,سکھبھون,Eden,سورگ,نندن,بھوسورگ,سموہ,پرماننددشا,empyrean,
شبد حور پوتر قرآن میں چار بار آتا ہے,جیسے که یہاں:
share post
Reward
جننت میں پروسکار کے روپ چھپی ہوئی آنکھوں کی تاجگی :
نیچے دی گئی آیت پر قرآن انووادکوں کی خوشی جھلکتی ہے پر شکار کے لئے great reward - mighty reward - vast reward - immense reward - mighty wage شبد استعمال کیے ہیں
''مسلم پرش اور مسلم استریاں,ایمان والے پرش اور ایمانوالی استریاں, نشٹھاپوروک آگیاپالن کرنے والے پرش اور نشٹھاپوروک آگیاپالن کرنیوالی استریاں,ستیوادی پرش اور ستیوادی استریاں,دھیریوان پرش اور دھیریہ رکھنیوالی استریاں,ونمرتا دکھانیوالے پرش اور ونمرتا دکھانیوالی استریاں,صدقہ(دان)دینیوالے پرش اور صدقہ دینیوالی استریاں,روزہ رکھنیوالے پرش اور روزہ رکھنیوالی استریاں,اپنے گپتانگوں کی رکشا کرنے والے پرش اور رکشا کرنیوالی استریاں اور اللہ کو ادھک یاد کرنے والے پرش اور یاد کرنیوالی استریاں- - انکے لئے اللہ نے شما اور بڑا پرتدان تیار کر رکھا ہے.'' [سر: الاہزاب, 33:35]
گلما menservants
وہاں جو ملیگا وہ ایشور کا احسان ہوگا,ہمارا حق نہیں.دوسری بات وہاں کسی وستو کی آوشیکتا اس دھرتی کی طرح نہیں ہوگی,جنت میں بہت زیادہ عیش آرام اٹھانے کی وستو ہوگی جس کا مانو اس دنیا میں کلپنا بھی نہیں کر سکتا ہے۔ پورو اور ورتمان میں راج شاہی جندگی جینے کے لئے سیوکوں کا ہونا بیحد آوشیک ہے
''کتنے ہی چہرے اس دن ترو تازہ اور پرپھلت ہو نگے–اپنے رب کی اور دیکھ رہے ہو نگے۔'' (سورئل قیاما75:22-23),
[Some] faces, that Day, will be radiant, (22) Looking at their Lord.
دوسری سب سے بڈی خوشی کی بات اسکی رجہ ارتھات اللاہ کا یہ کہنا که اب وہ کبھی جننتیوں سے ناراض نہیں ہوگا۔
سہیب رزی. روایت کرتے ہیں,که رسول اللہ نے فرمایا
جب اہل جنت,جنت میں داخل ہو چکینگے,تو اللہ تبارک وتالا فرمائیگا:
- کیا کچھ مزید چاہتے ہو که میں تمہیں عطا کروں؟ جنتی عرض کرینگے: کیا تو نے ہمارے چہرے روشن نہیں کر دیئے؟ کیا تو نے ہمیں جنت میں نہیں پہنچا دیا اور کیا تو ہمیں دوزخ سے نہیں بچا لایا؟ تب پروردگار عالم حجاب(پردہ,اورودھ)ہٹا دیگا!
- تب یہ عالم ہوگا که کوئی چیز جو انکو مل چکی انکو خدا کا دیدار کرنے سے زیادہ محبوب نہ رہیگی!
(حدیث,صحیح مسلم,ال ایمان:٤٤٨)
صہیبؓ روایت کرتے ہیں، کہ رسول اللہﷺ نے فرمایا
”جب اہل جنت، جنت میں داخل ہو چکیں گے، تو اللہ تبارک وتعالیٰ فرمائے گا: کیا کچھ مزید چاہتے ہو کہ میں تمہیں عطا کروں؟ جنتی عرض کریں گے: کیا تو نے ہمارے چہرے روشن نہیں کر دیے؟ کیا تو نے ہمیں جنت میں نہیں پہنچا دیا اور کیا تو ہمیں دوزخ سے نہیں بچا لایا؟ تب پروردگار عالم حجاب ہٹا دے گا!
تب یہ عالم ہوگا کہ کو ئی چیز جو ان کو مل چکی ان کو خدا کا دیدار کرنے سے زیادہ محبوب نہ رہے گی!“
(حدیث،صحیح مسلم، الایمان: ۴۴۸)
ان دو نیمتوں نعمت ایشورکرپا کے بعد جو کچھ ملیگا اسکا کوئی خاص مہتو نہیں رہ جاتا۔تب یہ عالم ہوگا کہ کو ئی چیز جو ان کو مل چکی ان کو خدا کا دیدار کرنے سے زیادہ محبوب نہ رہے گی!“
(حدیث،صحیح مسلم، الایمان: ۴۴۸)
This Article in English After Hindi
and Roman Hindi/Urdu
judgment day, قیامت,پرلے کا دن, doomsday,فیصلے کا دن,phaisale ka din
جنت سورگ میں جانے سے پہلے ہمیں جاننا چاہئیے کی
دنیا کی ہر چیز کو ختم ہونا ہے۔ قیامت مہاپرلے کو رب یہ دنیا ختم کرکے حساب کے لئے نئی دھرتی اور آکاش بنائیگا۔ وہی رب جو ہر کچھ کر سکتا ہے ہم سب کو اچھے برے کاموں کا حساب دینے کے لئے زندہ کریگا۔
"اس دن یہ دھرتی دوسری دھرتی سے بدل دی جائیگی اور آکاش بھی۔ اور وہ سب کے سب اللہ کے سامنے کھل کر آ جا ئینگے,جو اکیلا ہے,سب پر جس کا آدھپتیہ ہے" [سورہ ابراہیم14:آیت48]
وہ ہمیں مرتے ہی سزا میں گدھا,گھوڑا یا پیڑ پودھے نہیں بناتا کیونکے ہم نے کچھ اچھے کام ایسے کیے ہیں جن سے ہمارے مرنے کے بعد قیامت تک پچھلے جیوت لابھانوت ہو نگے اسکا لابھ یا سزا بھی ہمیں دیگا۔ سوچیے اگر ترنت حساب کر دیتا تو اچھے اور برے جاری رہنے والے کام جو پیچھے ہم چھوڑتے ہے,جیسے میرے بعد بھی جو اسے پڑھ کر غلط فہمی دور کر لیگا,قیامت تک وہ وہ جوڑتا رہیگا۔
jannatایشور سے اچھے کاریو کے انعام میں ملے سورگ ارتھات جنت بہت ہی شان دار ,ایشو آرام کی جگہ ہے,سوادشٹھ وستوؤں سے بھری ہوئی جگہ ہے,اتینت سکھ شانتی کا ستھان ہے,جہاں دکھ اور کشٹ کا نام بھی نہیں ہوگا۔ لگ بھگ سبھی کا دھرم وشواس ہے که سورگ میں پنیوان لوگوں کو دویہ سکھ,سمردھی تتھا بھوگولاس پراپت ہوتے ہیں۔ ادھکتر ودوانوں کے انوسار اسلام میں سورگ ارتھات جننت میں جو ستری ساتھی ملے گی اسے حور کہتے ہیں, جبکہ ذاکر نائک قرآن کے انووادک مہممد اسد کے حور کا ارتھ spouse اور یوسف علی کا companionارتھات ساتھی,پارٹنر کے ارتھ میں کرنے کے حوالے سے بتاتے ہیں که حور کا ارتھ ہیں چمکدار آنکھوں والا ارتھات اس گن کے ساتھ مرد اور مہلا دونوں کے ساتھی کو حور کہتے ہیں,یعنی مہلا کو جو ساتھی ملیگا وہ چمکدار آنکھوں والا ہوگا,وہیں پرشوں کو چکمدار آنکھوں والی ساتھی ملے گی۔
شبد حور,اہوار(ایک آدمی کے لئے)اور ہورا(ایک عورت کے لئے)کا بہہ وچن ہے.اسکا مطلب ایسے انسان سے ہیں جسکی آنکھوں کو "ہوار"شبد سے سنگیا دی گئی ہے.جس کا مطلب ہے ایسی آنکھے,جسکی سفیدی اتیدھک سفید اور کالا رنگ اتیدھک کالا ہو.
Meaning of HoorThe word hoor is actually the plural of ahwar (applicable to man) and of haura (applicable to woman) and signifies a person having eyes characterized by hauar a special quality bestowed upon a good soul, male or female in paradise and it denotes the intense whiteness of the white part of the spiritual eye.
http://www.ilovezakirnaik.com/misconceptions/b08.htm
شبد حور پوتر قرآن میں چار بار آتا ہے,جیسے که یہاں:
''اور(وہاں)ایسے ساتھی ہو نگے جن کی سندر,بڑی ایوں شوبھایمان(چمکدار)آنکھیں ہونگی.''
Thus shall it be. And We shall pair them with companions pure, most beautiful of eye. (Quran:56:22) http://tanzil.net/#trans/en.asad/56:22
Reward
جننت میں پروسکار کے روپ چھپی ہوئی آنکھوں کی تاجگی :
اور کوئی نہیں جانتا ہے که انکی آنکھ کی تازگی کے لئے کیا چھپا ہوا ہے,جو کچھ اچھے کاریہ انہوں نے کیے ہیں یہ اسکا پرسکار ہے. (سرا: اس سجداہ, 32:17)سورگ کا آشیرواد مہلاؤں اور پرشوں کے لئے ایک جیسا ہیں.وہاں دو لنگ کے بیچ ایک چھوٹا سا بھی انتر نہیں ہے.یہ قرآن سے سپشٹ ہے:
نیچے دی گئی آیت پر قرآن انووادکوں کی خوشی جھلکتی ہے پر شکار کے لئے great reward - mighty reward - vast reward - immense reward - mighty wage شبد استعمال کیے ہیں
''مسلم پرش اور مسلم استریاں,ایمان والے پرش اور ایمانوالی استریاں, نشٹھاپوروک آگیاپالن کرنے والے پرش اور نشٹھاپوروک آگیاپالن کرنیوالی استریاں,ستیوادی پرش اور ستیوادی استریاں,دھیریوان پرش اور دھیریہ رکھنیوالی استریاں,ونمرتا دکھانیوالے پرش اور ونمرتا دکھانیوالی استریاں,صدقہ(دان)دینیوالے پرش اور صدقہ دینیوالی استریاں,روزہ رکھنیوالے پرش اور روزہ رکھنیوالی استریاں,اپنے گپتانگوں کی رکشا کرنے والے پرش اور رکشا کرنیوالی استریاں اور اللہ کو ادھک یاد کرنے والے پرش اور یاد کرنیوالی استریاں- - انکے لئے اللہ نے شما اور بڑا پرتدان تیار کر رکھا ہے.'' [سر: الاہزاب, 33:35]
Indeed, the Muslim men and Muslim women, the believing men and believing women, the obedient men and obedient women, the truthful men and truthful women, the patient men and patient women, the humble men and humble women, the charitable men and charitable women, the fasting men and fasting women, the men who guard their private parts and the women who do so, and the men who remember Allah often and the women who do so - for them Allah has prepared forgiveness and a great reward. (Quran33:35)-
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گلما menservants
وہاں جو ملیگا وہ ایشور کا احسان ہوگا,ہمارا حق نہیں.دوسری بات وہاں کسی وستو کی آوشیکتا اس دھرتی کی طرح نہیں ہوگی,جنت میں بہت زیادہ عیش آرام اٹھانے کی وستو ہوگی جس کا مانو اس دنیا میں کلپنا بھی نہیں کر سکتا ہے۔ پورو اور ورتمان میں راج شاہی جندگی جینے کے لئے سیوکوں کا ہونا بیحد آوشیک ہے
پردھان منتری اور راشٹرپتی کے دونوں پد آدھونک یگ میں پچھلے راجا بادشاہوں ہی جیسے ہیں
ان پدوں پر مہلا اور پرش دونوں رہ چکے انکے سیوکوں پر نظر ڈالیں ادھکتر پرش سیوک دکھائی دینگے مہلا سیوک نہ ہونے کے برابر دیکھینگے۔ بڑی ہستیوں کے سیوکوں کے لئے بھرتی میں تن درستی ایوں پرسنالٹی انواریہ ہوتی ہے۔
اس لئے جنتواسیوں کی سیوا کے لئے گلما ارتھات سیوک اپستھت ہو نگے جو جنت واسیوں کی خوب سیوا کرینگے۔ پیالے لئے ہوئے جسکے پینے کے بعد نہ کوئی بیہودگی ہوگی نہ گناہ پر ابھارنے والی باتیں,جیسا که اللہ نے قرآن میں بیان فرمایا ہی
"There they pass from hand to hand a cup wherein is neither vanity nor cause of sin. And there go round, waiting on them menservants of their own, as they were hidden pearls."
Alleged "72 virgins"
قرآن میں72حوروں کا جکر نہیں ہے, انوواد میں بھی نہیں,حدیث کی کتاب صحیح بخاری و صحیح مسلم میں بھی نہیں,مپھسر ابو اسا مہممد و ابنے خاطر نے قرآن کی نیچے دی گئی آیت کے انوواد پر اپنی تفسیر(ویاکھیا)میں یہ خیال شروع کیا تھا
قرآن کی آیت یہ ہے جس میں جننت کے باغ,حور,اور دوسری سکھ سودھاییں بتایی جا رہی ہے
Reward
مہلاؤں کو جننت میں کیا ملیگا؟
''ماں کے قدموں کے نیچے جننت''مشہور حدیث ہے,اس حدیث کے مطابق مہلا پروش دونوں پر جننت میں جانے کے لئے ماں کی سیوا لازمی ہو گئی, جو چیز ہو ہی انکے پائوں کے نیچے پھر بھی پرشنہ کیا جائے که انہیں جننت میں کیا ملیگا,ماں,بہن یا بیوی سے پرشنہ کرکے دیکھیں کیا وہ بتا پایینگی که جننت میں وہ کیا چاہتی ہیں؟ بیشک نہیں بتا پایینگی,کیونکی اگر یہ تفصیل لکھی ہو یا پھر کوئی کہے تو بےحیائی اور بیشرمی کی بات ہوگی,قرآن چھوٹے بڈے سب پڈھتے ہیں,اکیلے اور اکٹٹھے بھی پڈھتے ہیں اگر عورتوں کو جننت میں ملنے والی باتوں کا جکر آئے تو شائد پڈھنے سننے والے کے لئے مشکل ہوتی,,,اس لئے اللاہ نے بہت ہی اچچھے طریقے سے قرآن میں انکو تسللی دی ہے, اللاہ انکی آوشیکتاؤں کو سمجھتا ہے اسی لئے اسنے دونوں لنگ والوں سے وستار سے کہا ہے که
"There they pass from hand to hand a cup wherein is neither vanity nor cause of sin. And there go round, waiting on them menservants of their own, as they were hidden pearls."
اور ہم انہیں میوے اور مانس,جسکی وہ اچھا کرینگے دیئے چلے جا ئینگے وہ وہاں آپس میں پیالے ہاتھوں ہاتھ لے رہے ہو نگے,جسمیں نہ کوئی بیہودگی ہوگی اور نہ گناہ پر ابھارنے والی کوئی بات, اور انکی سیوا میں سرکشت موتیوں کے سدرش کشور دوڑتے پھرتے ہو نگے,جو خاص انہیں(کی سیوا)کے لئے ہو نگے(قرآن52:22-24) http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/52:24
قوم لوت کو بری عادتوں Homo Gay کی وجہ سے اللہ نے(قرآن 11 :77- 79)تباہ کر دیا۔ دنیا میں ایسی ہی دوسری بری عادتوں سے بچنیے والوں کو جنت نصیب ہوگی۔
گلما آشکت ہو نگے ارتھات مہلاؤں کو ان سیوکوں سے خطرہ نہیں ہوگا دوسری بات گلما سیوک مرد جاتی سے ہو نگے اس معاملے میں بھی مہلاؤں کے لئے غرو کی بات ہے
Alleged "72 virgins"
قرآن میں72حوروں کا جکر نہیں ہے, انوواد میں بھی نہیں,حدیث کی کتاب صحیح بخاری و صحیح مسلم میں بھی نہیں,مپھسر ابو اسا مہممد و ابنے خاطر نے قرآن کی نیچے دی گئی آیت کے انوواد پر اپنی تفسیر(ویاکھیا)میں یہ خیال شروع کیا تھا
قرآن کی آیت یہ ہے جس میں جننت کے باغ,حور,اور دوسری سکھ سودھاییں بتایی جا رہی ہے
''ان(انوکمپاؤں)میں نگاہ بچائے رکھنیوالی(سندر)استریاں ہونگی,جنہیں ان سے پہلے نہ کسی منشیہ نے ہاتھ لگایا اور نہ کسی جن نے پھر تم دونوں اپنے رب کی انوکمپاؤں میں سے کس کس کو جھٹھلاؤگے؟'' http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/55:56What is there for Woman in Paradise
Reward
مہلاؤں کو جننت میں کیا ملیگا؟
''ماں کے قدموں کے نیچے جننت''مشہور حدیث ہے,اس حدیث کے مطابق مہلا پروش دونوں پر جننت میں جانے کے لئے ماں کی سیوا لازمی ہو گئی, جو چیز ہو ہی انکے پائوں کے نیچے پھر بھی پرشنہ کیا جائے که انہیں جننت میں کیا ملیگا,ماں,بہن یا بیوی سے پرشنہ کرکے دیکھیں کیا وہ بتا پایینگی که جننت میں وہ کیا چاہتی ہیں؟ بیشک نہیں بتا پایینگی,کیونکی اگر یہ تفصیل لکھی ہو یا پھر کوئی کہے تو بےحیائی اور بیشرمی کی بات ہوگی,قرآن چھوٹے بڈے سب پڈھتے ہیں,اکیلے اور اکٹٹھے بھی پڈھتے ہیں اگر عورتوں کو جننت میں ملنے والی باتوں کا جکر آئے تو شائد پڈھنے سننے والے کے لئے مشکل ہوتی,,,اس لئے اللاہ نے بہت ہی اچچھے طریقے سے قرآن میں انکو تسللی دی ہے, اللاہ انکی آوشیکتاؤں کو سمجھتا ہے اسی لئے اسنے دونوں لنگ والوں سے وستار سے کہا ہے که
''........اللہ کو ادھک یاد کرنے والے پرش اور یاد کرنیوالی استریاں- - انکے لئے اللہ نے شما اوربڑا پرتدان تیار کر رکھا ہے[قرآن33:35],''
پوتر پیغمبر محمد(س.)نے فرمایا که,
"اللہ نے اپنے ماننے والو کے لئے ایسا بدلہ تیار کیا ہے جو کسی آنکھ نے دیکھا نہیں اور کان نے سنا نہیں ہے.یہاں تک که انسان کا دل کلپنا بھی نہیں کر سکتا ہے." (صحیح بخاری(Sahih Bukhari :Volume 9, Book 93, Number 589, (English 7498)
Roman Urdu Hindi
beshak jannat mein sab se priyatam aur mahaan nemat blaissings jo jannatavaasiyon ko milegee, vah allaah ka darshan (deedaar) hoga. allaah ne apane darshan ke prati quraan kareem mein soochana dee hai
kitane hee chahare us din taro taaza aur praphullit honge – apane rab kee or dekh rahe honge. (soorahal-qiyaamaah 75:22-23),[somai] fachais, that day, will bai radiant, (22) looking at thaiir lord.
doosaree sabase badee khushee kee baat usakee raja arthaat allaah ka yah kahana ki ab vo kabhee jannatiyon se naaraaj nahin hoga.
DEEDAR
suheb razee. rivaayat karate hain, ki rasool allaah ne faramaaya
jab ahal jannat, jannat mein daakhil ho chukenge, to allaah tabaarak vittaala faramaega:
kya kuchh mazeed chaahate ho ki main tumhen ata karoon? jannatee arz karenge: kya too ne hamaare chehare roshan nahin kar die? kya to ne hamen jannat mein nahin pahuncha diya aur kiya to hamen dozakh se nahin bacha laaya? tab paravaradigaar aalim hijaab (parada,avarodh) hata dega!
tab ye aalam hoga ki koee cheez jo unako mil chukee unako khuda ka deedaar karane se zyaada mahaboob na rahegee! ( hadees,sahee muslim,al eemaan : 448)in do nematon nʿmt eeshvarakrpa ke baad jo kuchh milega usaka koee khaas mahatva nahin rah jaata.
this artichlai in ainglish aftair hindi
and roman hindi/urdu
judgmaint day, qayaamat , pralay ka din, doomsday, phaisale ka din,phaisalai ka din
jannat svarg mein jaane se pahale hamen jaanana chaahie kee
duniya kee har cheez ko khatm hona hai. qayaamat mahaapralay ko rab ye duniya khatm karake hisaab ke lie naee dharatee aur aakaash banaega. vahee rab jo har kuchh kar sakata hai ham sabako achchhe bure kaamon ka hisaab dene ke lie zinda karega.
"us din yah dharatee doosaree dharatee se badal dee jaegee aur aakaash bhee. aur ve sab ke sab allaah ke saamane khulakar aa jaenge, jo akela hai, sabapar jisaka aadhipaty hai" [soorah ibraaheem 14: aayat 48]vo hamen marate hee saza mein gadha,ghoda ya ped podhe nahin banaata kyoonke hamane kuchh achchhe kaam aise kiye hain jinase hamaare marane ke baad qayaamat tak pichhale jeevit laabhaanvit honge usaka laabh ya saza bhee hamen dega. sochiye agar turant hisaab kar deta to achchhe aur bure jaaree rahane vaale kaam jo peechhe ham chhodate hai, jaise mere baad bhee jo ise padh kar galat phahamee door kar lega, qyaamat tak vo vo jodata rahega.
jannat,svarg,haiavain, aakaash, devalok, svargalok, gagan, vyom,paradisai, paralok, vaikunth, sukhabhavan,aidain, svarg, nandan, bhoosvarg, sammoh, paramaanandadasha,aimpyraian,
jannat eeshvar se achchhe kaaryo ke inaam mein mile svarg arthaat jannat bahut hee shaandaar, aisho aaraam kee jagah hai, svaadishth vastuon se bharee huee jagah hai, atyant sukh- shaanti ka sthaan hai, jahaan duhkh aur kashta ka naam bhee nahin hoga. lagabhag sabhee ka dharm vishvaas hai ki svarg mein punyavaan logon ko divy sukh, samrddhi tatha bhogavilaas praapt hote hain. adhikatar vidvaanon ke anusaar islaam mein svarg arthaat jannat mein jo stree saathee milegee use hoor kahate hain, jabaki jaakir naayak kuraan ke anuvaadak muhammad asad ke hoor ka arth spousai aur yusuph alee ka chompanion arthaat saathee, paartanar ke arth mein karane ke havaale se bataate hain ki hoor ka arth hain chamakadaar aankhon vaala arthaat is gun ke saath mard aur mahila donon ke saathee ko hoor kahate hain, yaani mahila ko jo saathee milega vo chamakadaar aankhon vaala hoga, vaheen purooshon ko chakamadaar aankhon vaalee saathee milegee.
shabd hoor, ahavaar (ek aadamee ke lie) aur haura (ek aurat ke lie) ka bahuvachan hai. isaka matalab aise insaan se hain jisakee aankhon ko "havaar" shabd se sangya dee gayee hai. jisaka matalab hai aisee aankhe, jisakee saphedee atyadhik safed aur kaala rang atyadhik kaala ho.
maianing of hoorthai word hoor is achtually thai plural of ahwar (applichablai to man) and of haur (applichablai to woman) and signifiais a pairson having aiyais chharachtairizaid by hauar a spaichial quality baistowaid upon a good soul, malai or faimalai in paradisai and it dainotais thai intainsai whitainaiss of thai whitai part of thai spiritual aiyai.
http://www.ilovaizakirnaik.chom/mischonchaiptions/b08.htm
shabd hoor pavitr kuraan mein chaar baar aata hai, jaise ki yahaan:
aur (vahaan) aise saathee honge jinakee sundar, badee evan shobhaayamaan (chamakadaar) onkhen hongee.
thus shall it bai. and wai shall pair thaim with chompanions purai, most baiautiful of aiyai. (quran:56:22) http://tanzil.nait/#trans/ain.asad/56:22
sharai post
raiward
jannat mein purooskaar ke roop chhipee huee aankhon kee taajagee :
aur koee nahin jaanata hai ki unakee aankh kee taazagee ke lie kya chhipa hua hai, jo kuchh achchhe kaary unhonne kiye hain yah usaka puraskaar hai. (sura: as-sajdaah, 32:17)svarg ka aasheervaad mahilaon aur purushon ke lie ek jaisa hain. vahaan do ling ke beech ek chhota sa bhee antar nahin hai. yah kuraan se spasht hai:
neeche dee gayee aayat par quraan anuvaadakon kee khushee jhalakatee hai purashkaar ke lie graiat raiward - mighty raiward - vast raiward - immainsai raiward - mighty wagai shabd istemaal kiye hain
muslim purush aur muslim striyaan, eemaanavaale purush aur eemaanavaalee striyaan, nishthapoorvak aagyaapaalan karanevaale purush aur nishthaapoorvak aagyaapaalan karanevaalee striyaan, satyavaadee purush aur satyavaadee striyaan, dhairyavaan purush aur dhairy rakhanevaalee striyaan, vinamrata dikhaanevaale purush aur vinamrata dikhaanevaalee striyaan, sadaqa (daan) denevaale purush aur sadaqa denevaalee striyaan, roza rakhanevaale purush aur roza rakhanevaalee striyaan, apane guptaangon kee raksha karanevaale purush aur raksha karanevaalee striyaan aur allaah ko adhik yaad karanevaale purush aur yaad karanevaalee striyaan - - inake lie allaah ne kshama aur bada pratidaan taiyaar kar rakha hai. [sur: al-ahazaab, 33:35]
indaiaid, thai muslim main and muslim womain, thai bailiaiving main and bailiaiving womain, thai obaidiaint main and obaidiaint womain, thai truthful main and truthful womain, thai patiaint main and patiaint womain, thai humblai main and humblai womain, thai chharitablai main and chharitablai womain, thai fasting main and fasting womain, thai main who guard thaiir privatai parts and thai womain who do so, and thai main who raimaimbair allah oftain and thai womain who do so - for thaim allah has praiparaid forgivainaiss and a graiat raiward. (quran33:35)-gilma mainsairvants
vahaan jo milega vah eeshvar ka ahasaan hoga, hamaara hak nahin. doosaree baat vahaan kisee vastu kee aavashayakata is dharatee kee tarah nahin hogee, jannat mein bahut zyaada aish-aaraam uthaane kee vastu hogee jisaka maanav is duniya mein kalpana bhee nahin kar sakata hai. poorv aur vartamaan mein raaj-shaahee jindagee jeene ke lie sevakon ka hona behad aavashyak hai
pradhaan mantree aur raashtrapati ke donon pad aadhunik yug mein pichhale raaja baadashaahon hee jaise hain
in padon par mahila aur purush donon rah chuke unake sevakon par nazar daalen adhikatar purush sevak dikhaee denge mahila sevak na hone ke baraabar dekhenge. badee hastiyon ke sevakon ke lie bhartee mein tandarustee evan parsanaaltee anivaary hotee hai.
is lie jannatavaasiyon kee seva ke lie gilma arthaat sevak upasthit honge jo jannat vaasiyon kee khoob seva karenge. pyaale lie hue jisake peene ke baad na koee behoodagee hogee na gunaah par ubhaarane vaalee baaten,jaisa ki allaah ne quraan mein bayaan pharamaaya haih
"thairai thaiy pass from hand to hand a chup whairaiin is naiithair vanity nor chausai of sin. and thairai go round, waiting on thaim mainsairvants of thaiir own, as thaiy wairai hiddain paiarls."
aur ham unhen meve aur maans, jisakee ve ichchha karenge die chale jaenge ve vahaan aapas mein pyaale haathon haath le rahe honge, jisamen na koee behoodagee hogee aur na gunaah par ubhaarane vaalee koee baat, aur unakee seva mein surakshit motiyon ke sadrsh kishor daudate phirate honge, jo khaas unheen (kee seva) ke lie honge (kuraan 52:22-24) http://tanzil.nait/#trans/hi.farooq/52:24
qaum loot ko buree aadaton homo gay kee vajah se allaah ne (quraan 11 :77- 79) tabaah kar diya. duniya mein aisee hee doosaree buree aadaton se bachanee vaalon ko jannat naseeb hogee.
gilama aashakt honge arthaat mahilaon ko in sevakon se khatara nahin hoga doosaree baat gilama sevak mard jaatee se honge is maamale mein bhee mahilaon ke lie garv kee baat hai
allaigaid "72 virgins"
kuraan mein 72 hooron ka jikar nahin hai, anuvaad mein bhee nahin, hadees kee kitaab sahee bukhaaree va sahee muslim mein bhee nahin, muphassir abu isa muhammad va ibne khaatir ne kuraan kee neeche dee gayee aayat ke anuvaad par apanee taphaseer (vyaakhya) mein yah khayaal shuroo kiya tha
kuraan kee aayat yah hai jis mein jannat ke baag, hoor, aur doosaree sukh suvidhaayen bataayee ja rahee hai
un (anukampaon) mein nigaah bachae rakhanevaalee (sundar) striyaan hongee, jinhen unase pahale na kisee manushy ne haath lagaaya aur na kisee jinn ne phir tum donon apane rab kee anukampaon mein se kis-kis ko jhuthalaoge? http://tanzil.nait/#trans/hi.farooq/55:56
what is thairai for woman in paradisai
raiward
mahilaon ko jannat mein kya milega?
maan ke kadamon ke neeche jannat mashahoor hadees hai, is hadees ke mutaabik mahila puroosh donon par jannat mein jaane ke lie maan kee seva laajimee ho gayee, jo cheej ho hee unake paanv ke neeche phir bhee prashna kiya jae ki unhen jannat mein kya milega, maan, bahan ya beevee se prashna karake dekhen kya vo bata paayengee ki jannta mein vo kya chaahatee hain? beshak nahin bata paayengee, kyoonki agar yah taphaseel likhee ho ya phir koee kahe to behayaee aur besharmee kee baat hogee, kuraan chhote bade sab padhate hain, akele aur ikatathe bhee padhate hain agar auraton ko jannat mein milane vaalee baaton ka jikar aae to shaayad padhane sunane vaale ke lie mushkil hotee,,,is lie allaah ne bahut hee achchhe tareeke se kuraan mein unako tasallee dee hai, allaah unakee aavashyakataon ko samajhata hai isee lie usane donon ling vaalon se vistaar se kaha hai ki
........allaah ko adhik yaad karanevaale purush aur yaad karanevaalee striyaan - - inake lie allaah ne kshama aur bada pratidaan taiyaar kar rakha hai [kuraan 33:35],pavitr paigambar muhammad (sa.) ne faramaaya ki,
"allaah ne apane maanane vaalo ke lie aisa badala taiyaar kiya hai jo kisee aankh ne dekha nahin aur kaan ne suna nahin hai. yahaan tak ki insaan ka dil kalpana bhee nahin kar sakata hai." (sahee bukhaaree (sahih bukhari :volumai 9, book 93, numbair 589, (ainglish 7498)
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7 comments:
Ma ka bhosda madarchod
तुम भी उसी मेसे निकले हो जिसे तुम गाली दे रहे हो ।
उम्मीद करता हूँ कि जानवर की पैदाइश नही होगे ।
लेकिन तुम्हारी ये भाषा शैली बता रही है कि तुम्हारी ये शिक्षा तुम्हारे माँ बाप की दी हुई नही है । जरूर तुमने उन्ही मानसिक और साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वालों से सीखी है । ये कोई तंज नही कर रहा हूँ मै बस सच्चाई बता रहा हूँ
kutte ho tum sab
TUM MUSALMAN SAB ASI BHASHA KA PRAYOG KARKE KYA BTANA CHAHTE HO. TUMHARA MOHAMAD EK PAGAL AADMI THA. JISNE ITNA KATTAR MAJHAB BNAYA.
بہت عمدہ جانکاری سے روبرو کرایا بہت شکریہ جناب ا کئ دفعہ کئ جاہل لوگ اسی طرح کے سوال پوچھکر ہمارے جیسے کم علموالو کے لیے مشکل خڈئ کردیتے ہیں
https://youtu.be/xIo9L0Jiovohttps://youtu.be/rBxBY-8mfFU
https://youtu.be/rBxBY-8mfFU
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