मुहम्मद उमर कैरानवी: 🌿Quran quotes in hindi with English, Arabic and Urdu .💔

Thursday, March 28, 2019

🌿Quran quotes in hindi with English, Arabic and Urdu .💔



Quran Quotes Number -1-
وَلَا تَسْتَوِي الْحَسَنَةُ وَلَا السَّيِّئَةُ ۚ ادْفَعْ بِالَّتِي هِيَ أَحْسَنُ فَإِذَا الَّذِي بَيْنَكَ وَبَيْنَهُ عَدَاوَةٌ كَأَنَّهُ وَلِيٌّ حَمِيمٌ ✍️
भलाई और बुराई समान नहीं है। तुम (बुरे आचरण की बुराई को) अच्छे से अच्छे आचरण के द्वारा दूर करो। फिर क्या देखोगे कि वही व्यक्ति तुम्हारे और जिसके बीच वैर पड़ा हुआ था, जैसे वह कोई घनिष्ठ मित्र है (क़ुरआन 41:34) ♥️
نیکی اور برائی برابر نہیں ہوسکتی لہٰذا تم برائی کا جواب بہترین طریقہ سے دو کہ اس طرح جس کے اور تمہارے درمیان عداوت ہے وہ بھی ایسا ہوجائے گا جیسے گہرا دوست ہوتا ہے
And not equal are the good deed and the bad. Repel [evil] by that [deed] which is better; and thereupon the one whom between you and him is enmity [will become] as though he was a devoted friend. 📣

http://tanzil.net/#trans/en.sahih/41:34

2-
Quran: 6:152:> وَأَوْفُوا الْكَيْلَ وَالْمِيزَانَ بِالْقِسْطِ
give full measure and weight in justice (Quran: 6:152)
اور ناپ تول میں پورا انصاف کرو
और इनसाफ़ के साथ पूरा-पूरा नापो और तौलो।




Quran Translations (Hindi unicode with Short tafseer)
Quran with Word to Word translation
images
https://hamariweb.com/islam/online-Quran/

Like page
www.facebook.com/islamhindimen
for Hindi Reader :
(181) तुम नाप-तोल पूरा करो और बनो कम देने वालों में।
(182) और तोलो सीधी तराज़ू से।
(183) और मत कम दो लोगों को उनकी चीज़ें और मत फिरो धरती में उपद्रव फैलाते।
6:152

और अनाथ के धन को हाथ न लगाओ, किन्तु ऐसे तरीक़े से जो उत्तम हो, यहाँ तक कि वह अपनी युवावस्था को पहुँच जाए। और इनसाफ़ के साथ पूरा-पूरा नापो और तौलो। ह
7:85

और मदयनवालों की ओर हमने उनके भाई शुऐब को भेजा। उसने कहा, “ऐ मेरी क़ौम के लोगों! अल्लाह की बन्दगी करो। उसके अतिरिक्त तुम्हारा कोई पूज्य नहीं। तुम्हारे पास तुम्हारे रब की ओर से एक स्पष्‍ट प्रमाण आ चुका है। तो तुम नाप और तौल पूरी-पूरी करो, और लोगों को उनकी चीज़ों में घाटा न दो, और धरती में उसकी सुधार के पश्‍चात बिगाड़ पैदा न करो। यही तुम्हारे लिए अच्छा है, यदि तुम ईमानवाले हो
11:84

मदयन की ओर उनके भाई शुऐब को भेजा। उसने कहा, “ऐ मेरी क़ौम के लोगो! अल्लाह की बन्दही करो, उनके सिवा तुम्हारा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। और नाप और तौल में कमी न करो। मैं तो तुम्हें अच्छी दशा में देख रहा हूँ, किन्तु मुझे तुम्हारे विषय में एक घेर लेनेवाले दिन की यातना का भय है
11:85
ऐ मेरी क़ौम के लोगो! इनसाफ़ के साथ नाप और तौल को पूरा रखो। और लोगों को उनकी चीज़ों में घाटा न दो और धरती में बिगाड़ पैदा करनेवाले बनकर अपने मुँह को कुलषित न करो
17:35

और जब नापकर दो तो, नाप पूरी रखो। और ठीक तराज़ू से तौलो, यही उत्तम और परिणाम की दृष्‍टि से भी अधिक अच्छा है
83:1

तबाही है घटानेवालों के लिए,
83:2
जो नापकर लोगों पर नज़र जमाए हुए लेते हैं तो पूरा-पूरा लेते हैं,
83:3

किन्तु जब उन्हें नापकर या तौलकर देते हैं तो घटाकर देते हैं

3-
Quran: 7:31:>

وَكُلُوا وَاشْرَبُوا وَلَا تُسْرِفُوا ۚ إِنَّهُ لَا يُحِبُّ الْمُسْرِفِينَ ﴿٣١﴾
खाओ और पियो और फिज़ूल ख़र्ची मत करो (क्योंकि) ख़ुदा फिज़ूल ख़र्च करने वालों को दोस्त नहीं रखता (क़ुरआन 7:31) ♥️
and eat and drink, but be not excessive. Indeed, He likes not those who commit excess. http://tanzil.net/#trans/en.sahih/7:31
کھاؤ اور پیؤ اور بےجا نہ اڑاؤ کہ خدا بےجا اڑانے والوں کو دوست نہیں رکھتا


4-



5-
🌿وَلَا تَلْبِسُوا الْحَقَّ بِالْبَاطِلِ وَتَكْتُمُوا الْحَقَّ وَأَنتُمْ تَعْلَمُونَ ﴿٤٢﴾
और सत्य में असत्य का घाल-मेल न करो और जानते-बुझते सत्य को छिपाओ मत (Quran 2:42)
And do not mix the truth with falsehood or conceal the truth while you know [it]. (
💔 اور سچ میں جھوٹ نہ ملاؤ اور جان بوجھ کر حق کو نہ چھپاؤ
🌿Quran quotes in hindi with English, Arabic and Urdu





















6-
 وَقُولُوا قَوْلًا سَدِيدًا
और (जब कहो तो) दुरूस्त (सधी हुई) बात कहा करो (कुरआन 33:70)
and speak words straight to the point; (Quran,33:70)
http://tanzil.net/#trans/en.pickthall/33:70
اور سیدھی سیدھی (سچی) باتیں کیا کرو









































9-
और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम उन्हें भी रोज़ी देंगे और तुम्हें भी। वास्तव में उनकी हत्या बहुत ही बड़ा अपराध है 

وَلَا تَقْتُلُوا أَوْلَادَكُمْ خَشْيَةَ إِمْلَاقٍ ۖ نَّحْنُ نَرْزُقُهُمْ وَإِيَّاكُمْ ۚ إِنَّ قَتْلَهُمْ كَانَ خِطْئًا كَبِيرًا ﴿٣١
Slay not your children, fearing a fall to poverty, We shall provide for them and for you. Lo! the slaying of them is great sin. (Quran: 17:31)
http://tanzil.net/#trans/en.pickthall/17:31
اور اپنی اولاد کو قتل نہ کرو مفلسی کے ڈر سے ہم انہیں بھی رزق دیں گے اور تمہیں بھی، بیشک ان کا قتل بڑی خطا ہے، 













10-
  وَلَا تَقْرَبُوا الزِّنَىٰ ۖ إِنَّهُ كَانَ فَاحِشَةً وَسَاءَ سَبِيلًا﴿٣٢

और व्यभिचार के निकट न जाओ। वह एक अश्लील कर्म और बुरा मार्ग है

 اور تم زنا (بدکاری) کے قریب بھی مت جانا بیشک یہ بے حیائی کا کام ہے، اور بہت ہی بری راہ ہے،


And do not approach unlawful sexual intercourse. Indeed, it is ever an immorality and is evil as a way. (Quran: 17:32)
http://tanzil.net/#trans/en.sahih/17:32






















10 comments:

Muhammad Qasim Attari said...

Yasin Surah Mp3

John Rock said...

Read and listen online Surah Yasin Audio in a beautiful voice of Qari Asad Attari

Abdul Moiz Raza Qadri said...

MashAllah Good post i read complete post i can positive understanding about quran quotes

Read Complete Surah Yasin

web said...

so Beautiful Quran Quotes
thanks for sharin

surah waqiah said...

thank for good posting...

surah rehman said...

thanks for nice post...

surah yaseen said...

read and listin surah yaseen shrif surah-yaseen

surah yaseen said...

surah yaseen is very usefull <a href="://MeriWeb.Org”> surah-yaseen </a>

M Mikael said...

SubhanAllah, such powerful reminders from the Quran! I love the verse from Surah Fussilat (41:34), which teaches us to respond to negativity with kindness. It's a beautiful lesson on how we can turn enmity into friendship by doing good. The reminder in Surah Al-A'raf (7:31) about avoiding excess is so relevant, especially in today's world. And the importance of justice in Surah Al-An'am (6:152) is truly profound. I always feel more connected to Allah's words when I read Surah Kahf( سورة الكهف مكتوبة ), especially on Fridays. JazakAllah Khair for sharing these inspiring verses! May Allah guide us all to implement these teachings in our lives.

M Mikael said...

Thank you for sharing these Quranic reminders! Each verse offers valuable guidance for our daily lives. As I reflect on these powerful teachings, I’m reminded of the wisdom in Surah Kahf. The stories within this Surah provide deep lessons about patience, faith, and the importance of trusting Allah’s plan, especially during challenging times. You can explore more about Surah Kahf through this link: https://surahkahf.com/. May we continue to learn and grow from the Quran’s wisdom!