नव मुस्लिम Dawa Queen सेल्फी की शौकीन, इस्लामी महिलाओं के लिए कई तरह से रहनुमाई कर रही हैं, महिलाओं के लिए कभी वो फाइटर गुरु बन जाती हैं तो कभी डॉक्टर तो कभी उनके लिए इस्लामी डिज़ाइन के कपड़ों बारे में और तदरूस्ती टिप्स बारे में मश्वरा देती दिखाई देती हैं, आलमी मसलों में या मज़हबी त्योहारों बारे में हर मामले में वो अपनी बेहतरीन शिक्षा और अनुभव से बेहतरीन रहनुमाई कर रही हैं.
नव मुस्लिम Dawa Queen एलीजा किम फेसबुक पर एक्टिव रहती हैं एजीला अपने फेसबुक नोट में बताती हैं कि "मैं ईसाई थी, धार्मिक ईसाई परिवार से संबंध है और अमेरिकी समाज के हिसाब से अच्छी धार्मिक लड़की थी। ईसाई ऐसा बहुत कुछ कर सकते हैं जो मुसलमान नहीं कर सकते तो इस्लाम से पहले मेरा काम कुछ गैर इस्लामी था, अमेरिकी मॉडल और एक्ट्रेस थी, लेकिन पार्टियों में जाना और बुरा काम करने वाली नहीं थी। मुझे हमेशा से ईश्वर के अस्तित्व वजूद पर विश्वास था और इबादत में डूबी रहने वाली ईसाई थी, लेकिन मुझे हमेशा किसी ऐसी चीज़ की तलाश थी जो अधिक पवित्रता यानि पाकीज़ा और अधिक प्राकृतिक कुदरती सच हो। जीवन के संकट ने मुझे जीवन के उद्देश्य की खोज के लिए मजबूर किया, सबसे पहले ईसाई धर्म में ही सच्चे धर्म की खोज की लेकिन न मिल सकी।
''अमेरीका में पैदा हुयी एलीजा ने भविष्य बनाने के लिए बाधाओं के बावजूद, स्कूल में शानदार प्रदर्शन से तालीमी स्कॉलर शिप जीती, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र में डबल ग्रेजुएट की डिग्री और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मास्टर्स एम् बी ए की डिग्री प्राप्त की। बचपन से शिक्षा में बहुत दिलचस्पी थी सो धार्मिक दिलचस्पी के कारण इस विषय पर भी रिसर्च (अनुसंधान) किया। बाइबिल और ईसाई धर्म के बारे में ऐतिहासिक पुस्तकें पढ़ना शुरू किया। दर्जन से अधिक देशों की यात्रा कर चुकी अलिज़ा किम को बाइबिल के प्राचीन नुस्खों में इतनी रुचि हुई कि आखिर मैं हज़रत इसा मसीह की भाषा आरामि (इब्रानी) भी सीख डाली और आखिरकार यह जाना कि बाइबल को अंग्रेजी अनुवादों में कितना विकृत किया गया। वो बताती हैं की जब ईसाई थी तब भी मुझे विश्वास था कि Trinity पवित्र त्रिदेव का विश्वास जो ईसाई धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा है सही नहीं (अर्थात "एक में तीन" और "तीन में एक"। ईसाई ईश्वर को एक ही मानते में मगर एक में तीन हस्तियों को शामिल करते हैं।) ईश्वर और मसीह अलैहिस्सलाम दो अलग हस्तियां हैं। यीशु का सूली पर चढ़ाया चढ़ाया जाना एक दूसरा ऐसा मुद्दा था जिस पर मैं ईसाई धर्म से सहमत नहीं थी।
Behad khushi ki baat ..Footoobook jiske baare men meri post delete kara raha tha..meri post Us hasti ne khud share kiya..
नोटः यह लेख नेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है.... मुहम्मद उमर कैरानवी
Model / actress Aliza Kim converted to islam
https://www.youtube.com/watch?v=1JfYQVdSPag
Aliza Kim - Demo for women's self defense
.💔🌿Taalib-e-💞.dua💔 🌿💞📣💞💔
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नव मुस्लिम Dawa Queen एलीजा किम फेसबुक पर एक्टिव रहती हैं एजीला अपने फेसबुक नोट में बताती हैं कि "मैं ईसाई थी, धार्मिक ईसाई परिवार से संबंध है और अमेरिकी समाज के हिसाब से अच्छी धार्मिक लड़की थी। ईसाई ऐसा बहुत कुछ कर सकते हैं जो मुसलमान नहीं कर सकते तो इस्लाम से पहले मेरा काम कुछ गैर इस्लामी था, अमेरिकी मॉडल और एक्ट्रेस थी, लेकिन पार्टियों में जाना और बुरा काम करने वाली नहीं थी। मुझे हमेशा से ईश्वर के अस्तित्व वजूद पर विश्वास था और इबादत में डूबी रहने वाली ईसाई थी, लेकिन मुझे हमेशा किसी ऐसी चीज़ की तलाश थी जो अधिक पवित्रता यानि पाकीज़ा और अधिक प्राकृतिक कुदरती सच हो। जीवन के संकट ने मुझे जीवन के उद्देश्य की खोज के लिए मजबूर किया, सबसे पहले ईसाई धर्म में ही सच्चे धर्म की खोज की लेकिन न मिल सकी।
''अमेरीका में पैदा हुयी एलीजा ने भविष्य बनाने के लिए बाधाओं के बावजूद, स्कूल में शानदार प्रदर्शन से तालीमी स्कॉलर शिप जीती, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र में डबल ग्रेजुएट की डिग्री और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मास्टर्स एम् बी ए की डिग्री प्राप्त की। बचपन से शिक्षा में बहुत दिलचस्पी थी सो धार्मिक दिलचस्पी के कारण इस विषय पर भी रिसर्च (अनुसंधान) किया। बाइबिल और ईसाई धर्म के बारे में ऐतिहासिक पुस्तकें पढ़ना शुरू किया। दर्जन से अधिक देशों की यात्रा कर चुकी अलिज़ा किम को बाइबिल के प्राचीन नुस्खों में इतनी रुचि हुई कि आखिर मैं हज़रत इसा मसीह की भाषा आरामि (इब्रानी) भी सीख डाली और आखिरकार यह जाना कि बाइबल को अंग्रेजी अनुवादों में कितना विकृत किया गया। वो बताती हैं की जब ईसाई थी तब भी मुझे विश्वास था कि Trinity पवित्र त्रिदेव का विश्वास जो ईसाई धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा है सही नहीं (अर्थात "एक में तीन" और "तीन में एक"। ईसाई ईश्वर को एक ही मानते में मगर एक में तीन हस्तियों को शामिल करते हैं।) ईश्वर और मसीह अलैहिस्सलाम दो अलग हस्तियां हैं। यीशु का सूली पर चढ़ाया चढ़ाया जाना एक दूसरा ऐसा मुद्दा था जिस पर मैं ईसाई धर्म से सहमत नहीं थी।
मलेशिया में सेटल होने के बाद ईसाई धर्म के बाद मैं दूसरे धर्मों को देखा, इस्लाम के बारे में मुझे पता था कि यह भी इब्राहीम धर्मों abrahamic religions के अंतर्गत आता है इसी बात ने मुझे इसके अध्ययन की इच्छा हुई और मैंने इसे पढ़ना शुरू किया, बिना रूके पढती गयी, अंततः अल्हम्दु लिल्लाह ईश्वर की सच्चाई इस्लाम में मिली जिसकी मुझे तलाश थी। अल्लाह की नवाज़िश है कि मैं ऐसे घर में पली थी जहां लोगों से नफरत करना सिखाया नहीं गया था, न ही सब कुछ नकारात्मक दृष्टि से देखने के लिए प्रशिक्षित किया गया इसीलिए इस्लाम के बारे में वैसा नहीं सोचती थी जैसा अमेरिकी मीडिया दिखाता है ।
इस्लाम स्वीकार करने के बाद मैं कह सकती हूँ कि इस्लाम कितना शांतिप्रिय, सकारात्मक और सुखद धर्म है और हर मामले में दूसरे हर धर्म से अच्छा है। मुझे हमेशा से एक संगठित Organized जीना पसंद था, जीवन की हर चीज में मनमानी नहीं करना चाहती थी, यह दर्शन गलत है क्योंकि हो सकता है आप कुछ गलत करना चाहें सो मुझे रोक टोक बुरी नहीं लगती, यह जीवन को दिशा देती है, इस्लाम लाकर पांच नमाज़ें पढ़ना एक चुनौती थी, जो मनुष्य आदी न हो इसके लिए यह मुश्किल होगा, अरबी भाषा में नमाज़ याद करना मेरे लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन अल्हम्दु लिल्लाह यह सब खुशी खुशी किया, यह सब मुझे बहुत सकून देता है, क्योंकि मुझे पहले ही अल्लाह की इबादत का शौक था और यह याद रखना कि यह सब मुझे अल्लाह का प्यार देगा इससे बढ़कर क्या होगा?
यह एक बिल्कुल अलग प्रकार के भावनाओं की दुनिया है। और यह सब आप याद दिलाता है कि जीवन का एक उद्देश्य है आप यहाँ इसलिए हैं कि अल्लाह को खुश कर सकें, ताकि जब तुम परीक्षा अच्छी तरह पास करके भविष्य की दुनिया में जाएं तो आप के पास सब कुछ हो।मॉडलिंग और एक्टिंग कैरियर में लोगों की इच्छा का ख्याल रखना पड़ता है, सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर पेश करते हुए में सोचती थी क्या लोगों को ये तस्वीर अच्छी लगेगी? और जितने लोग इस फोटो को लाइक / पसंद करेंगे। उसकी चिंता होती। क्योंकि इस पेशे में हर काम लोगों की इच्छा से करना पड़ता है। हिजाब के बाद मुझे खुशी इस बात की है कि लोग मेरे ज्ञान, बुद्धि और प्रतिक्रिया के आधार पर मुझे सराहते हैं न कि मेरी शक्ल व सूरत या बाहरी हुसन के आधार पर। जब भी इस्लाम के किसी भी आदेश का पालन कर लेती हूँ तो एक मीठा सा एहसास होता है कि अल्लाह की रजा हासिल कर रही हूँ और यह एहसास बहुत प्यारा है, यह बहुत ही प्यारा एहसास है।
एलिज़ा किम अकेले इस्लाम के लिए काम करती रही हैं, ज़फरुल से शादी के बाद वो और बेहतर दीन के काम की रफ़्तार को महसू कर रही हैं.
टीवी और इन्टरनेट के जरिए इस्लाम को इसाईयों से परिचय कराने के इस जज्बे के कारण ही अपने उन्हें दीन की रानी कहते हैं।इस्लाम स्वीकार करने के बाद मैं कह सकती हूँ कि इस्लाम कितना शांतिप्रिय, सकारात्मक और सुखद धर्म है और हर मामले में दूसरे हर धर्म से अच्छा है। मुझे हमेशा से एक संगठित Organized जीना पसंद था, जीवन की हर चीज में मनमानी नहीं करना चाहती थी, यह दर्शन गलत है क्योंकि हो सकता है आप कुछ गलत करना चाहें सो मुझे रोक टोक बुरी नहीं लगती, यह जीवन को दिशा देती है, इस्लाम लाकर पांच नमाज़ें पढ़ना एक चुनौती थी, जो मनुष्य आदी न हो इसके लिए यह मुश्किल होगा, अरबी भाषा में नमाज़ याद करना मेरे लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन अल्हम्दु लिल्लाह यह सब खुशी खुशी किया, यह सब मुझे बहुत सकून देता है, क्योंकि मुझे पहले ही अल्लाह की इबादत का शौक था और यह याद रखना कि यह सब मुझे अल्लाह का प्यार देगा इससे बढ़कर क्या होगा?
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मझे नमाज़ का समय बहुत खुशी देता है क्योंकि यह अल्लाह से मिलने का समय है। मुझे इस्लामी कपड़े और हिजाब में भी कोई समस्या नहीं हुई, वास्तव में मैं खुद को ढांपना पसंद है, इस्लाम से पहले भी मेरी माँ मुझे लंबी आस्तीन और लंबे पाजामे में ही देखना पसंद करती थीं, तो मैं इस समय भी काफी बेबाक नहीं थी। हिजाब आपको अपने पर भरोसा देता है, इस्लाम लाने के बाद घर से निकलते समय यह सवाल आपके सामने नहीं होते कि आप कैसे सटाइलश लग रहे हैं लेकिन यह विचार होता है कि अल्लाह आप से खुश है या नहीं?यह एक बिल्कुल अलग प्रकार के भावनाओं की दुनिया है। और यह सब आप याद दिलाता है कि जीवन का एक उद्देश्य है आप यहाँ इसलिए हैं कि अल्लाह को खुश कर सकें, ताकि जब तुम परीक्षा अच्छी तरह पास करके भविष्य की दुनिया में जाएं तो आप के पास सब कुछ हो।मॉडलिंग और एक्टिंग कैरियर में लोगों की इच्छा का ख्याल रखना पड़ता है, सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर पेश करते हुए में सोचती थी क्या लोगों को ये तस्वीर अच्छी लगेगी? और जितने लोग इस फोटो को लाइक / पसंद करेंगे। उसकी चिंता होती। क्योंकि इस पेशे में हर काम लोगों की इच्छा से करना पड़ता है। हिजाब के बाद मुझे खुशी इस बात की है कि लोग मेरे ज्ञान, बुद्धि और प्रतिक्रिया के आधार पर मुझे सराहते हैं न कि मेरी शक्ल व सूरत या बाहरी हुसन के आधार पर। जब भी इस्लाम के किसी भी आदेश का पालन कर लेती हूँ तो एक मीठा सा एहसास होता है कि अल्लाह की रजा हासिल कर रही हूँ और यह एहसास बहुत प्यारा है, यह बहुत ही प्यारा एहसास है।
एलिज़ा किम अकेले इस्लाम के लिए काम करती रही हैं, ज़फरुल से शादी के बाद वो और बेहतर दीन के काम की रफ़्तार को महसू कर रही हैं.
Behad khushi ki baat ..Footoobook jiske baare men meri post delete kara raha tha..meri post Us hasti ne khud share kiya..
नोटः यह लेख नेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है.... मुहम्मद उमर कैरानवी
Model / actress Aliza Kim converted to islam
https://www.youtube.com/watch?v=1JfYQVdSPag
Aliza Kim - Demo for women's self defense
Notable Reverts: Please Youtube these people. These are just a few people I found interesting but there are many more notable reverts who have shared their stories on Youtube that you can watch.
a. Yvonne Ridley, ex-Taliban captive and internationally acclaimed news correspondent.
b. Yusof Estes, former Christian preacher and entrepreneur.
c. Lauren Booth, Tony Blair’s sister-in-law and news correspondent formerly based in Gaza.
d. There have been many American military veterans who have reverted to Islam after serving in the Middle East. You can search for ‘American soldier Islam’ in YouTube
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