अंग्रेज भाई भी नयी-नयी साजिश के साथ हाजिर होते रहते हैं, पहले आठ अजूबों के मामले में बेवकूफ बनाया था अब 10 की लिस्ट देकर पूछ रहे हैं Who is the Best of Men? किसी तरह यह जीत गय तो फिर देखिए आने वाली नस्लों तक अपनी जीत को कैसे गायेगे, इसलिए मेरा कहना है आप रिस्क न लें और अपना वोट दे ही डालें, वोट देने में आपको उलझन हो तो वेबसाइट पर निम्न दस के www.bestofmen.org पर प्रोफाइल भी दिए गए हैं,
1. Abraham Lincoln
2. Albert Einstein
3. Buddha
4. Jesus Christ
5. Karl Marx
6. Mahatma Gandhi
7. Martin Luther
8. Muhammad
9. Saint Paul
10. William Shakespeare
"A fantastic research to find whom the people of the world love" - ST News
मुहम्मद साहब बारे में महात्मा गांधी और उनके पुत्र दयानिधि श्री देवदास गांधी आदि जैसे महापुरूषों के विचार जाना चाहे तो देखें
http://islaminhindi.blogspot.com/2009/12/islam-quran-comments-non-muslims.html
for vote
32 comments:
गौतम बुद्ध सर्वश्रेष्ट है अहिंसा का राह उन्होंने सिखाया जिसका गाँधी जी ने भी अनुसरण किया है !
उमदा भाई लगता है कभी उमदा बात नहीं करोगे, तुम्हारी बातों से तो नहीं लगता तुम्हें अहिंसा पसंद है, वोट दे आओ, परन्तु जाने से पहले लेख पढ लेना जहां गांधी जी और उनके पुत्र बताएंगे मुहम्मद साहब क्या थे या फिर आप उनसे भी उमदा विचार रखते हो?
उमर भाई आप की बात से प्रेरित हो कर मैंने अपना विचार बदल दिया है और महात्मा गाँधी जी को अपना वोट दे डाला है, अब और कितना परिवर्तन करवाएंगे मेरा ??? अब क्या सौरभ से सोहराब बन जाऊ ???
@ उमदा भाई मेरा मक्सद वोट दिलवाना है, मैंने वोट दिया तब सोचा मेरे ब्लागर्स भाई भी वोट देलें तो अच्छा रहेगा, आपने देदिया मेरा प्रयास सफल हो गया, धन्यवाद
ऐसे किसी मजाक में भी इनका अपना कोई सर्वश्रेष्ठ होगया तो हमें बहुत दुख होगा यह हमारी छाती पर नाचेंगे, इस लिए आजका उमदा विचार यही होना चाहिए कि यहां वोट दिया जाए, क्या कहते हो?
उमर भाई हमारा तो यहाँ दो को माना जा सकता है, गाँधी जी और बुद्ध जी क्यों की ये दोनों ही हमारी धरती से जुड़े है सो हम इन्हें अपना मान सकते है ! आइन्सटीन, जीसस, सैंट पौल और मुहम्मद में क्या फर्क हुआ ? और कैसे अपने हुए ???
क्या कहते हो ?
मेरा वोट डा. मार्टिन लूथर किंग के लिये
Martin Luther
उमर भाई वैसे मेरा मानना है की मुहम्मद ,जीसस और बुद्ध को इस श्रेणी में रखना आपत्तिजनक है क्युकी वे साधारण मनुष्य से कही बढ़ कर है औ करोडो लोगो की भावना और आस्था उनसे जुडी है !
क्या कहते हो ?
उम्दा सोच से सहमत, गाँधी अथवा बुद्ध में से किसी एक को वोट देना चाहिये… क्योंकि ये लोग भारत की मिट्टी से जुड़े लोग हैं…। इस लिस्ट में क्राइस्ट और मोहम्मद को भी रखा गया है, बेहद आश्चर्यजनक है… क्या इनको शेक्सपीयर और मार्क्स के साथ एक लिस्ट में रखना सही है? कहीं फ़तवा न जारी हो जाये लिस्ट बनाने वाले के खिलाफ़…
@ उमदा भाई मैंने पिछले कमेंटस में इसे इनका मजाक बताया था इसका मतलब है मैं भी आपकी उपरोक्त कमेंट में कही गई बात का समर्थन करता हूं, और सोचता मेरे तुम्हारे होते यह किसी मजाक में भी कामयाब क्यूं हों?
उमर भाई लगता है ये मुद्दा हम दोनों को सहमती के एकमंच पर ला रहा है! मै मुसलमान को दो श्रेणी में रखता हूँ ,एक मुसलमान और दूसरा भारतीय मुसलमान यानि वो मुसलमान जो भारतीय पहले है और फिर मुसलमान है!
एक पाकिस्तानी मुसलमान हो कर भी आप का भाई नहीं हो सकता, वो जब मौका पायेगा आप की काट लेगा,नहीं मानेगा की आप उसके भाई हो !!!
और हम तो आप को भाई ही मानते है आप हमारे हम वतन हो और रोटी कपडा मकान की समस्या में हम्बस्ता हो, आप आवाज़ दोगे तो हम ही आयेंगे कोई अरब थोड़े ही आएगा आप के लिए ,तो बताइए पहले भारतीय होना ज़रूरी है या मुसलमान ????
@ chiplunkar ji मैं कोशिश कर रहा था धार्मिक बहस न करूँ खेर अब कर ही दी तो फिर पढिये हिन्दुस्तान से इस्लाम के रिश्ते या हिन्दू-मुस्लिम के सम्बन्ध नुह-मनु पर हमारा तुम्हारा एक होना साबित करने वाली पुस्तक जो अब आप जैसों बुद्धिजिवियों के लिए इंगिलश में भी उपलब्ध है
http://www.scribd.com/doc/24937991/now-or-never
सनातन धर्म के अध्ययन हेतु वेद-- कुरआन पर अाधारित famous-book-ab-bhi-na-jage-to
Direct पुस्तक link
@उमदा भाई यह सवाल अधिकतर के लिए मुश्किल होता है मेरे लिए बहुत आसान है हमारा देश एक बाग की तरह है और हम उसके पेड हैं यह धर्म हमारा नाम हैं जैसे सेब सन्तरा आदि, अर्थात उस बाग में विभिन्न प्रकार के पेडों की पहचान की तरह इस्लाम धर्म हमारी पहचान है हिन्दू धर्म तुम्हारी पहचान है, इस्लामी शिक्षा कहती है पहले धर्म फिर देश, इस धर्म की शिक्षा जिस देश में रहो उस देश के वफादार रहो, इसी नियम पर चलकर 53 इस्लामी मुल्कों में हम रहते हैं, हमें कभी नहीं सिखाया गया तुम अरब के वफादार रहो या अरब के लिए कुछ करो, भाई पाकिस्तान का तो अक्सर नाम भी नहीं लेता मेरा शहर का हर तीसरा आदमी पाकिस्तान जाता था उनसे मिले अनुभव से कह सकता हूं सबसे बदतर देश है पाकिस्तान
उमदा भाई पहले धर्म होता है बाद में देश,
कैरानवी जी, मेरे कमेण्ट को मजाक मत समझिये…। क्या आपको क्राइस्ट और मोहम्मद को इस लिस्ट में साधारण व्यक्तियों के साथ वोटिंग के लिये रखने पर कोई आपत्ति नहीं है?
और उम्दा सोच ने जो कहा उसमें भी सच्चाई है, कि भारत में रह रहे अधिकतर मुसलमानों के पूर्वज हिन्दू ही थे… यदि जड़ें खोजने जायेंगे तो भारत के करोड़ों मुसलमान असली मुसलमान ही नहीं निकलेंगे… उनके पूर्वजों ने कभी न कभी, कहीं न कहीं किसी दबाव अथवा प्रलोभन के कारण धर्म परिवर्तन किया होगा…। आंध्रप्रदेश में ईसाई धर्मान्तरण के बारे में जो मैंने आज की पोस्ट लिखी है, उसे देखिये…। आज से 100 साल बाद भारत में रहने वाले ईसाई कहने लगें कि हम असली ईसाई हैं तो वह सही नहीं होगा, क्योंकि उनके पूर्वज यानी आज के हिन्दू दलित ही मिलेंगे… जो किसी कारणवश ईसाई बन गये…।
बहरहाल मुझे आश्चर्य इस बात का हुआ कि आपको अथवा किसी ईसाई को इस लिस्ट पर आपत्ति क्यों नहीं हुई? जब मोहम्मद और क्राइस्ट को "अवतार" माना जाता है तब सामान्य व्यक्तियों के साथ उनकी तुलना कोई कैसे कर सकता है? मार्क्स के साथ कोई राम की तुलना करने की लिस्ट बनाये तो उसका मुँहतोड़ जवाब देना चाहिये… हैरत है कि इस लिस्ट पर मैंने आपत्ति की लेकिन आपने नहीं की? जाकर वोट देने की अपील भी कर रहे हैं…
अरे भाई इस लिस्ट से, पहले क्राइस्ट और मोहम्मद को अलग करवाईये तब वोट देने का कोई औचित्य बनता है… इतने समझदार होकर भी आप अंग्रेजों की चाल में फ़ँस जाते हो… :)
suresh bhai se 100% sahmat
उमर भाई बाग़ से पेड़ होता है! बाग़ नहीं तो पेड़ की क्या औकात और बाग़ का ही पेड़ कहलाता है! और हाँ पेड़ को चाहिए सभ्य शालीन रहे नहीं वो बाग़ नहीं जंगल की शक्ल में होते है जिनमे कोई जाना पसंद नहीं करता जैसा की आप ने कहा की "पाकिस्तान", देखो न पेड़ो ने की उसे बाग़ से जंगल बना दिया है,अब जंगल से उसे बाग़ बनाने के लिए पेड़ काटेंगे न !
तो अब बताओ पेड़ पहले की बाग़ ???
@ Suresh Chiplunkar जी, आप आपत्ति के लिए आगे बढें हम आपके साथ हैं, परन्तु तब तक वोटिंग होती रहेगी, अगर आप कामयाब न हुए तो भी हम तो नाकाम न हों,
वह जीत गए तो उनकी मिडिया गाती फिरे, यह है Best, यह ठीक नहीं होगा, पहले ताजमहल के मामले में वह हार गए थे, अब यह नयी बात लाए हैं, खेल खेल में हम इन्हें क्यू न हराएं?
.....................
अब आगे कमेंटस करने वालों से दरखास्त है मैं हर एक का जवाब न दे पाउंगा अब मुझे इस पोस्ट से सम्बन्धित मेल मिल रहे हैं में इधर जवाब दूं या उध्रर जवाब दूं,
इसलिए भाइयों जिन्हें वोट देना हो दो नहीं देना हो न दो,
समय मिला तो फिर मिलेंगें
पोस्ट का मेल से नहीं टिप्पणी से सम्बन्ध होता है, आप को चाहिए पोस्ट पर पहले टिप्पणी करने वालो को जवाब दे, ये गुजारिश है !
सीधी बात * कोई गदहा ही ऐसा Question सोच सकता है।
सच्ची बात अच्छा है किसी जॉन अब्राहम का नाम नही है नही तो सभी की जम़ानत जब्त हो जाती। :)
@महाशक्ति भाई कमेंटस सोच के क्या करो तीर निकल गया तो वापस नहीं आता, कोई गधा ही ऐसे मशवरा देता है आप ठीक कहते हो पहले भगवान का नाम देता है फिर जान अब्राहम का
आपका डिलिट कमेंटः
महाशक्ति has has left a new comment on your post "कौन है Best? गांधी जी, बुद्घा या मुहम्मद सल्ल. ?...":
सीधी बात * कोई गदहा ही ऐसा Question सोच सकता है।
सच्ची बात अच्छा है किसी भगवान का नाम नही है नही तो सभी की जम़ानत जब्त हो जाती।
@उम्दा सोच वाले भाई बात आपकी ठीक है, लेकिन मैं ने भी जवाब देने से कभी इन्कार नहीं, चिपलूनकर साहब को कह दिया वह आपत्ति दरज करें उनके साथ हूं, आपको गांधी जी को वोट देने से मना नहीं क्या, मैंने मुहम्मद साहब को वोट देने की गुजारिश नहीं की, बुद्धिजिवियों का कहना हे सवाल पोस्ट से समबन्धित होना चाहिए, अब बोलो मेरे उमदा भाई क्या सवाल है?
मियां कुछ बाते इसलिये डिलीट की जाती है ताकि वे डिलीट रहे है। हमे पता था कि आप अपना लल्लू पना दिखाओगे ही, और तीर लाकर हमे दे दिये :)
डर के मारे किसी ने भगवान का नाम रखा ही नही, नही तो परिणाम तो आप खुद ही ओपन कर दिये हो। :) वैसे वेस्ट पुरूष के खिताब के लिये सल्ल साहब के लिये सलमान, जान अब्राहम और ऋतिक ही काफी है, भगवान को आने की जरूरत रही नही है।
ऐसे बेहुदा प्रश्नो को लाकर क्यो अपने ईश को अपमानित कर रहे हो, बेस्ट मेल अवार्ड के रैम्प पर मुहम्मद साहब को चलवा पाओगे ? :D
ए नाम की महाशक्ति तुझे जवाब दूंगा तो वह उमदा आएगा सवाल पे सवाल रख देगा, सीधा कह देते हम गांधी को वोट नहीं देंगे उलटा कह देते हमारे पास दुनियावी कोई हीरो नहीं है, जिन हीरो के नाम ले रहे हो उनको दोचार देशों में कुछ लोग जानते हैं, जिसको रेम्प के लिए कह रहे हो उसका सम्मान करने वालों के 53 झण्डे हैं, फिर भी विचार करियो हम किसी एक नाम पर मिलकर वोट दे सकते हैं तुम किसके नाम पर एक हो सकते हो?
तुमने एक पोस्ट में वाइरस बताया था कैसा होता है,सुपर वाइरस बारे में ब्लागर्स भाइयों को कब बताओगे?
bina wajah kisi baat ko tool dena theek nahi.sabke vichar alag hote hain.koi kisi ko bhi Best maanne ke liye aazad hai.
bina wajah kisi baat ko tool dena theek nahi.sabke vichar alag hote hain.koi kisi ko bhi Best maanne ke liye aazad hai.
मैं पूरी तरह से सुरेश चिपलूनकर जी से सहमत हूँ ..उनके शब्द ही मेरे शब्द मान लिए जाये.
महाशक्ति ji ke shabd galat ho sakte hai ..unka bhaav sahi hai.
मुकाबला तो बराबर वालों में होता है। बुद्ध, जीसस, मोहम्मद को आप श्रेणियों में मत बाँटो, उनका दायरा विशाल है, और विशाल ही रहने दो। कितनी भद्दी प्रतियोगिता है, राष्ट्रपिता, राष्ट्रपति, विज्ञानियों के बीच, यूनिवर्सल लोगों को खड़ा कर दिया।
@ Kulwant Happy से सहमत
अवधिया चाचा
जो कभी अवध न गया
@kulwant Happy
SAHMAT
महाशक्ति के विचारों से सहमत हूं, जिन लोगों को श्रेणी रखा गया कुछ उसके लायक नहीं है और कुछ वहां होने नहीं चाहिये।
Eshwar ek hai.
hamara planet ek hai.
ab hum insanon par pad rahi musibaten bhi globally ek hain.
woh MANU ya NOOH ki kashti bhi ek hi thi jis par baith kar hamare purwaj bache the.
EKTA ki buniyaden dhoondo na ke jhagde ke bahane.It is afrndly advice.
please do not take personal.
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